अमेरिका कंसल्टिंग कंपनियां कियरने के मैनेजमेंट कंसलटेंट कानव शर्मा ने शुक्रवार को एक ओला कैब के ड्राइवर की शिकायत करने के लिए कई सारे ट्वीट किए। दरअसल, कानव जिस ओला कैब में सफर कर रहे थे, उसका ड्राइवर नागरिकता कानून समेत केंद्र सरकार की कई सारी नीतियों का तारीफ कर रहा था।
बेंगलुरु. अमेरिका कंसल्टिंग कंपनियां कियरने के मैनेजमेंट कंसलटेंट कानव शर्मा ने शुक्रवार को एक ओला कैब के ड्राइवर की शिकायत करने के लिए कई सारे ट्वीट किए। दरअसल, कानव जिस ओला कैब में सफर कर रहे थे, उसका ड्राइवर नागरिकता कानून समेत केंद्र सरकार की कई सारी नीतियों का तारीफ कर रहा था।
उन्होंने एक एक कर कई ट्वीट किए। इसमें उन्होंने कहा, जब वे फोन पर किसी से भारत की अर्थव्यवस्था की मौजूदा स्थिति के बारे में बात कर रहे थे, तो ड्राइवर ने उनकी बात सुनी। इसके बाद वह मोदी सरकार के फैसलों की तारीफ करने लगा। यह बात कानव को पसंद नहीं आई।
'सिर्फ गाड़ी चलाने पर ध्यान दें ड्राइवर'
कानव ने अपने ट्वीट में ओला कंपनी को भी टैग किया। उन्होंने लिखा, कंपनी अपने ड्राइवरों से कहे कि उन्हें सिर्फ ड्राइविंग पर फोकस करना चाहिए, नाकि ग्राहकों से बहस करने में।
ट्विटर यूजर्स ने लगाई कानव की क्लास
एक गरीब ड्राइवर पर निशाना साधने के चलते कानव सोशल मीडिया यूजर्स के निशाने पर आ गए। लोगों ने कानव की जमकर आलोचना की। एक यूजर ने लिखा, आप एक गरीब की इसलिए शिकायत कर रहे हैं, क्यों कि उसकी सोच आपसे अलग है।
एक अन्य यूजर ने लिखा, यह बहुत दुखद है कि आप दूसरी राजनीतिक सोच रखने के चलते किसी की शिकायत कर रहे हैं।
क्या है नागरिकता कानून?
भारत में पिछले साल के आखिरी में नागरिकता कानून पास हुआ था, इस कानून के तहत भारत में दिसंबर 2014 तक बांग्लादेश, पाकिस्तान और अफगानिस्तान से आए प्रताड़ित अल्पसंख्यकों हिंदू, चीन, जैन, बौद्ध, पारसी और सिख को नागरिकता देने का प्रावधान है। इस कानून का भारत के कई राज्यों में विरोध भी हो रहा है।