सूर्य ग्रहण के चलते 25 अक्टूबर को श्री बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर के कपाट बंद रहेंगे। शाम को पूजा अर्चना की जाएगी। तिरुपति में तिरुमाला स्थित भगवान वेंकटेश्वर मंदिर भी बंद रहेगा।
बद्रीनाथ (उत्तराखंड)। सूर्य ग्रहण के चलते 25 अक्टूबर को श्री बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर के कपाट बंद रहेंगे। मंदिर के मुख्य प्रशासनिक अधिकारी ने बताया कि ग्रहण के बाद शाम को पूजा अर्चना की जाएगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को बद्रीनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना की। पीएम के साथ मंदिर में उत्तराखंड के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) गुरमीत सिंह और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी मौजूद थे। बद्रीनाथ पहुंचने से पहले पीएम मोदी ने रुद्रप्रयाग में केदारनाथ धाम का दौरा किया था। उन्होंने पारंपरिक पहाड़ी पोशाक चोल डोरा पहना था। यह पोशाक पीएम को हिमाचल की महिला ने गिफ्ट किया था।
दोपहर बाद शुरू होगा ग्रहण
सूर्य का आंशिक ग्रहण 25 अक्टूबर 2022 को होगा। पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के अनुसार भारत में ग्रहण दोपहर बाद शुरू होगा। इसे देश के अधिकांश स्थानों से देखा जा सकता है। बद्रीनाथ और केदारनाथ मंदिर के अलावा तिरुपति में तिरुमाला स्थित भगवान वेंकटेश्वर मंदिर भी 25 अक्टूबर को सूर्य ग्रहण और 8 नवंबर को चंद्र ग्रहण के कारण करीब 12 घंटे तक बंद रहेगा।
कब से कब तक रहेगा सूतक
उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. आनंदशंकर व्यास के अनुसार, 25 अक्टूबर, सोमवार की शाम सूर्य ग्रहण का स्पर्श 04.42 से होगा और मोक्ष 6.30 बजे, जबकि सूर्यास्त शाम 5.50 बजे हो जाएगा। ग्रहण का मोक्ष सूर्यास्त के बाद होने से यह ग्रस्तास्त ग्रहण कहलाएगा। मोक्ष के बाद सूर्य के दर्शन न होने के कारण अगले दिन 26 अक्टूबर को सूर्य दर्शन के बाद ही ग्रहण का सूतक समाप्त होगा। इसलिए 25 अक्टूबर को सुबह से रात तक मंदिरों में पूजन आदि नहीं किया जाएगा।
8 नवंबर को होगा चंद्रग्रहण
25 अक्टूबर को सूर्यग्रहण के बाद 8 नवंबर को चंद्रग्रहण होगा। इस दिन कार्तिक पूर्णिमा रहेगी। भारतीय समय के अनुसार ये ग्रहण दोपहर 02.41 से शुरू होगा जो शाम 06.20 तक रहेगा। इस ग्रहण का सूतक 9 घंटे पूर्व से प्रारंभ माना जाएगा। भारत के अलावा ये ग्रहण दक्षिणी/पूर्वी यूरोप, एशिया, ऑस्ट्रेलिया, उत्तरी अमेरिका, दक्षिणी अमेरिका, पेसिफिक, अटलांटिक और हिंद महासागर में देखा जाएगा।