इलाहाबाद हाईकोर्ट ने मथुरा में बांके बिहारी मंदिर कॉरिडोर बनाने लिए मंजूरी दे दी है। इस पर बीजेपी नेता हेमा मालिनी ने कहा कि हम इससे बेहद खुश हैं क्योंकि इससे सभी लोगों को लाभ मिलने वाला है।
Banke Bihari Corridor. BJP नेता हेमा मालिनी ने बांके बिहारी कॉरिडोर को हाईकोर्ट से मंजूरी मिलने पर प्रसन्नता जाहिर की है और कहा कि इससे सभी वर्गों को बड़ा फायदा होगा। हेमा मालिनी ने कहा कि कॉरिडोर बन जाने के बाद मंदिर का रूट क्लियर हो जाएगा और भक्तों को दर्शन पूजन करने में भी आसानी होने लगेगी। यह बहुत ही सुंदर डिजाइन के साथ बनाया जाएगा और इसका बेनिफिट सभी वर्गों को मिलेगा। जानकारी के लिए बता दें कि इलाहाबाद हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस प्रितंकर दिवाकर और जस्टिस आशुतोष श्रीवास्तव की बेंच ने मंजूरी के प्रस्ताव पर ऑर्डर पास किया है। यह याचिका मथुरा के रहने वाले आनंद शर्मा ने दायर की थी।
काशी-विंध्याचल कॉरिडोर की तरह होगा निर्माण
केंद्र सरकार की पहल पर यूपी में काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का निर्माण कराया गया है। वहीं यूपी सरकार की तरफ से मिर्जापुर में मां विंध्यवासिनी कॉरिडोर का निर्माण कराया गया है। काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का निर्माण कार्य पूरा कर लिया गया है जबकि विंध्यवासिनी कॉरिडोर का करीब 80 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है। सरकार का लक्ष्य है कि इन्हीं प्रसिद्ध मंदिरों की तरह ही मथुरा में बांके बिहारी कॉरिडोर का निर्माण कराया जाएगा। बांके बिहारी मंदिर के आसपास करीब 5 एकड़ जमीन यह कॉरिडोर बनाया जाएगा।
बांके बिहारी कॉरिडोर में क्या निर्माण होगा
यूपी सरकार बांके बिहारी मंदिर के आसपास की करीब 5 एकड़ जमीन पर कॉरिडोर का निर्माण करने वाली है। इसके अंतर्गत मेडिकल फैसिलिटी रूम, वीआईपी रूम्स, श्रद्धालुओं के लिए वेटिंग रूम, सभी तरह की सुविधाओं के साथ पेयजल की व्यवस्था रहेगी। यह निर्माण सरकार अपने खर्च पर करेगी और मंदिर के बैंक खाते में जमा 262.50 करोड़ रुपए का प्रयोग नहीं कर पाएगी। रिपोर्ट्स की मानें तो मंदिर में पहुंचने के लिए कुल तीन रास्ते होंगे और यहां पर पूजा की दुकानें भी बनवाई जाएंगे।
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