कपिल मिश्रा हो या कोई और, फर्क नहीं पड़ता, सबके खिलाफ... दिल्ली हिंसा पर भड़के सांसद गंभीर

दिल्ली में हुए हिंसा पर सांसद गौतम गंभीर ने कहा, कोई फर्क नहीं पड़ता कि वह इंसान कौन है, चाहे वह कपिल मिश्रा हो या कोई भी, किसी भी पार्टी से संबंधित हो, अगर उसने कोई भड़काऊ भाषण दिया है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।

Asianet News Hindi | Published : Feb 25, 2020 7:33 AM IST

नई दिल्ली. नागरिकता संशोधन कानून को लेकर दिल्ली में जारी हिंसा के बीच पूर्वी दिल्ली से भारतीय जनता पार्टी के सांसद गौतम गंभीर ने कपिल मिश्रा पर कार्रवाई करने की मांग की है। गौतम गंभीर ने कहा कि कोई फर्क नहीं पड़ता कि वह इंसान कौन है, चाहे वह कपिल मिश्रा हो या कोई भी, किसी भी पार्टी से संबंधित हो, अगर उसने कोई भड़काऊ भाषण दिया है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।

DCP का हालचाल लेने पहुंचे अस्पताल

दरअसल, सांसद गंभीर आज भजनपुरा-मौजपुर में हुए हिंसक घटना में घायल DCP अमित शर्मा का हालचाल जानने के लिए पटपड़गंज मैक्स हॉस्पिटल पहुंचे। जाफराबाद हिंसा में डीसीपी अमित शर्मा गंभीर रूप से घायल हो गए थे, जिसके बाद सोमवार देर रात उनको मैक्स अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां उनका इलाज जारी है। 

सबके खिलाफ दर्ज हो केस

दो दिन से लगातार दिल्ली में हो रही हिंसा पर बीजेपी सांसद गौतम गंभीर ने कहा कि नार्थ ईस्ट जिले में जो लोग हिंसा में शामिल हैं, चाहे वह कांग्रेस, आम आदमी पार्टी से लेकर किसी भी पार्टी में हो, उनके खिलाफ मुकदमा किया जाएगा। अगर कपिल मिश्रा का भी हाथ होगा तो उनके खिलाफ भी मुकदमा करेंगे।

कब-कब क्या हुआ?

22 फरवरी- रात के 10.30 बजे: उत्तर-पूर्वी दिल्ली के जाफराबाद मेट्रो स्टेशन के नीचे धीरे-धीरे सीएए के विरोध में महिलाओं की भीड़ जुटनी शुरू हुई. महिलाओं ने स्टेशन के नीचे एक तरफ की सड़क को जाम कर दिया और विरोध-प्रदर्शन शुरू हो गया। 

23 फरवरी- सुबह के 9 बजे: जाफराबाद मेट्रो स्टेशन के नीचे की सड़क बंद हो जाने से ट्रैफिक की आवाजाही पर असर पड़ा, जिससे लोगों की मुश्किलों का सामना करना पड़ा। हालात को देखते हुए पुलिस ने प्रदर्शनकारियों से सड़क खोलने को कहा। इस बीच बीजेपी नेता कपिल मिश्रा ने ट्वीट कर लोगों से सीएए के समर्थन में मौजपुर चौक पर जमा होने की अपील की।

3.30-4 बजे: सीएए समर्थकों की भीड़ के बीच कपिल मिश्रा ने भड़काऊ भाषण दिया। पुलिस को 3 दिन के भीतर सड़क खुलवाने का अल्टीमेटम दिया।

3.45-4 बजे: बाबरपुर इलाके में सीएए समर्थकों पर कुछ लोगों ने पत्थर बरसाने शुरू कर दिए।

4-5 बजे: मौजपुर, करावल नगर, बाबरपुर और चांद बाग इलाके में हिंसा और बवाल शुरू हो गया।

रात 9-11 बजे: करावल नगर, मौजपुर, बाबरपुर और चांदबाग के इलाके में उपद्रवियों ने कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया।

24 फरवरी- सुबह 10 बजे: 23 फरवरी की रात पुलिस ने हालात पर काबू पाने का दावा किया, लेकिन 24 फरवरी की सुबह 10 बजे सीएए समर्थक प्रदर्शन करते हुए सीएए विरोधियों के पास पहुंच गए और नारेबाजी करने लगे।

दोपहर 12-1.30 बजे: दोपहर होते-होते बाबरपुर इलाके में पत्थरबाजी शुरू हो गई। नकाब पहने उपद्रवियों हाथ में तलवार लहराते हुए सड़कों पर उतर आए। बाबरपुर से शुरू हुई हिंसा करावल नगर, शेरपुर चौक, कर्दमपुरी और गोकलपुरी तक फैलती चली गई। 

2.30-3.30 बजे: भजनपुरा में बस समेत कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया. पेट्रोल पंप में भी आग लगा दी गई। हिंसा में एक पुलिसकर्मी की मौत हो गई, जबकि डीसीपी घायल हो गए।

7.30-8 बजे: सुबह से शुरू हुआ हिंसा का दौर रुक-रुक कर रात तक चलता रहा। गोकलपुरी इलाके में टायर मार्केट को उपद्रवियों ने आग के हवाले कर दिया। टायर की दुकानें धू-धू कर जलने लगीं। 

रात 10 बजे: देर रात तक हिंसा और बवाल जारी रहा। रात करीब 10 बजे मौजपुर और घोंडा चौक भी हिंसा और बवाल शुरू हो गया।

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