Bengal Panchayat Election 2023: पंचायत चुनाव हिंसा में 15 की मौत, लूटे गए बैलेट बॉक्स, खूब हुई बमबाजी, शाह ने मांगी रिपोर्ट

Published : Jul 08, 2023, 07:22 AM ISTUpdated : Jul 08, 2023, 09:54 PM IST
Bengal Panchayat Election 2023

सार

पश्चिम बंगाल पंचायत चुनाव (Bengal panchayat election 2023) के लिए मतदान शनिवार को संपन्न हुआ। इस बीच हिंसा की कई घंटनाओं ने पूरे देश का ध्यान खींचा। हिंसा में 15 के आसपास लोगों हत्या हुई है।

कोलकाता। हिंसा और उपद्रव की घटनाओं के बीच पश्चिम बंगाल में शनिवार को पंचायत चुनाव (Bengal panchayat election 2023) के लिए मतदान संपन्न हो गया। वोटिंग के दौरान हिंसा की तमाम घटनाएं हुई। कहीं बमबाजी हुई तो कहीं बैलेट बॉक्स ही लूट लिया गया। तमाम जगहों पर जबरिया वोटिंग कराने का आरोप लगा। देर शाम को नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी ने चुनाव आयोग पहुंचकर गड़बड़ियों का आरोप लगाया। उधर, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बंगाल पंचायत चुनाव हिंसा पर ममता सरकार से रिपोर्ट मांगी है। बताया जा रहा है कि बंगाल में हुए पंचायत चुनाव हिंसा में कम से कम 15 लोग मारे गए हैं। इस हिंसा में 8 टीएमसी कार्यकर्ता, तीन CPI(M) कार्यकर्ता, कांग्रेस-भाजपा और ISF के एक-एक कार्यकर्ता और एक निर्दलीय उम्मीदवार के पोलिंग एजेंट की जान चली गई है।

त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों के लिए सुबह 7 बजे से शाम 5 बजे तक मतदान हुआ। 11 जुलाई को नतीजे आएंगे। लगभग 5.67 करोड़ लोग 22 जिला परिषदों, 9,730 पंचायत समितियों और 63,229 ग्राम पंचायतों की लगभग 928 सीटों के लिए अपने जन प्रतिनिधियों को चुनने के लिए मतदान करने के पात्र हैं।

पश्चिम बंगाल पंचायत चुनाव अपडेट्स

  • चुनाव संबंधी हिंसा में 15 लोग मारे गए हैं। मरने वालों 8 टीएमसी के सदस्य थे। इसके साथ ही सीपीआई (एम) के 3, कांग्रेस, भाजपा और आईएसएफ के एक-एक कार्यकर्ता की हत्या हुई है। एक निर्दलीय उम्मीदवार का एजेंट भी इस हिंसा में मारा गया है।
  • मुर्शिदाबाद में टीएमसी के तीन कार्यकर्ता मारे गए। यहां कांग्रेस के कार्यकर्ता की हत्या हुई है। वहीं, कूचबिहार में टीएमसी के एक और भाजपा के एक कार्यकर्ता की हत्या हुई। पूर्वी बर्दवान जिले में सीपीआई (एम) के एक कार्यकर्ता की हत्या हुई। वहीं, माल्दा और 24 परगना जिले में टीएमसी के एक-एक कार्यकर्ता की हत्या हुई।
  • बीजेपी नेता सुवेंदु अधिकारी ने कहा, "यह चुनाव नहीं है। यह मौत है। पूरे राज्य में हिंसा की आग लगी हुई है। केंद्रीय बलों की तैनाती नहीं की गई है। सीसीटीवी काम नहीं कर रहे हैं। यह मतदान नहीं, लूट है। टीएमसी के गुंडों और पुलिस की मिलीभगत से हत्याएं हो रही हैं।”
  • पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने कहा, "मैं सुबह से मैदान में हूं। लोगों ने मेरा काफिला रोका। उन्होंने मुझे अपने आसपास हो रही हत्याओं के बारे में बताया। बताया कि किस तरह गुंड वोट नहीं डालने दे रहे हैं। किसी को मतदान से नहीं रोका जाना चाहिए। यह लोकतंत्र के लिए सबसे पवित्र दिन है। चुनाव बुलेट्स से नहीं बल्कि बैलेट्स से होना चाहिए।"
  • हुगली के तारेकेश्वर में एक निर्दलीय उम्मीदवार की बेटी को गोली मारी गई है। आरोप टीएमसी के लोगों पर लगे हैं। लड़की को कोलकाता मेडिकल कॉलेज भर्ती कराया गया है। निर्दलीय प्रत्याशी का नाम पिंटू सिंह है। उनकी बेटी का नाम चंदना सिंह है।
  • पश्चिम बंगाल में मतदान जारी रहने के दौरान चुनाव संबंधी हिंसा में सात लोगों की मौत हो गई है। टीएमसी के चार कार्यकर्ता मारे गए हैं। कूचबिहार में बीजेपी के एक पोलिंग एजेंट की गोली मारकर हत्या कर दी गई। झड़प में घायल हुए एक सीपीआईएम कार्यकर्ता की कोलकाता के एक अस्पताल में मौत हो गई।
  • तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के चार कार्यकर्ताओं की हत्या कर दी गई। मुर्शिदाबाद जिले के कपसडांगा इलाके में टीएमसी कार्यकर्ता बाबर अली की हत्या कर दी गई। शुक्रवार को मुर्शिदाबाद जिले के रेजीनगर में बम विस्फोट में एक टीएमसी कार्यकर्ता की मौत हो गई। जिले के खारग्राम में एक और तृणमूल कार्यकर्ता की चाकू मारकर हत्या कर दी गई। कूचबिहार में टीएमसी बूथ समिति के अध्यक्ष गणेश सरकार की रामपुर में चाकू मारकर हत्या कर दी गई।
  • मुर्शिदाबाद के खारग्राम में 52 साल के टीएमसी कार्यकर्ता सतेशुद्दीन शेख की हत्या कर दी गई। उनके शव को पोस्टमॉर्टम के लिए अस्पताल लाया गया है।
  • पंचायत चुनाव को देखते हुए राज्यपाल सीवी आनंद बोस सुबह से राज्य के विभिन्न हिस्सों में जा रहे हैं। वह लोगों से मिल रहे हैं और उनकी परेशानी जान रहे हैं।
  • टीएमसी ने ट्वीट कर बताया है कि रेजीनगर, तूफानगंज और खारग्राम में उसके तीन पार्टी कार्यकर्ताओं की हत्या कर दी गई है। डोमकोल में दो टीएमसी कार्यकर्ता गोली लगने से घायल हुए हैं।
  • नॉर्थ 24 परगना जिले में एक पोलिंग बूथ पर उपद्रवियों ने हमला किया और बैलेट बॉक्स लूट लिया। इसी तरह की घटना कूचबिहार में हुई। यहां पोलिंग बूथ में तोड़फोड़ और आगजनी की गई। उपद्रवियों ने बैलेट पेपर लूटकर जला दिया।

8 जून को हुई थी चुनाव की घोषणा

पंचायत चुनाव की घोषणा 8 जून को हुई थी। इसके बाद से हिंसा की कई घटनाएं हुईं। इनमें 18 लोगों की मौत हुई है। 2018 के पंचायत चुनाव में TMC ने 90 फीसदी सीटें जीत थी। सभी 22 जिला परिषदों में TMC को जीत मिली थी। 2013 के पंचायत चुनावों में केंद्रीय बलों की भारी तैनाती के बावजूद तृणमूल ने 85 प्रतिशत से अधिक सीटें जीतीं थी।

2023 के पंचायत चुनाव के लिए तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी व पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने तृणमूल के चुनाव अभियान का नेतृत्व किया। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष और विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी ने भाजपा के चुनाव अभियान का नेतृत्व किया। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी और सीपीआई (एम) के राज्य सचिव मोहम्मद सलीम ने अपनी पार्टियों की रणनीतियों का नेतृत्व किया।

केंद्रीय बलों की निगरानी हो रहे चुनाव

पंचायत चुनाव केंद्रीय बलों की निगरानी में हो रहे हैं। पूरे बंगाल में लगभग 65,000 केंद्रीय पुलिस कर्मियों और 70,000 राज्य पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है।

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