बेंगलुरु.: उसकी शादी हो चुकी थी.. लेकिन उसने कम उम्र के लड़के से संबंध बना लिए। बाथरूम में मां ने उसे रंगे हाथों पकड़ लिया था.. जिसके बाद से बेटी मां के गुस्से का शिकार हो रही थी। इससे नाराज बेटी और उसके प्रेमी ने जन्म देने वाली का ही जीवन ले लिया। हत्या के बाद बचने के लिए सैनिटरी पैड की कहानी गढ़ी। पुलिस ने इस हत्याकांड का खुलासा कर सनसनी फैला दी।
बोम्मनहल्ली के होंगसंद्रा के गुरुमूर्ति रेड्डी बडवाने में हुए जयलक्ष्मी हत्याकांड ने नया मोड़ ले लिया है। अपनी ही बेटी ने प्रेमी के साथ मिलकर मां के गले में तौलिया बांधकर हत्या कर दी। इसे आकस्मिक मौत का रूप देने के लिए काफी मशक्कत की। लेकिन आखिरकार खाकी के आगे उनका ड्रामा नहीं चला। आखिरकार पुलिस ने हत्या का राज खोल दिया।
11 सितंबर की शाम 4.30 बजे जयलक्ष्मी की घर में ही मौत हो गई। बेटी पवित्रा तुरंत उन्हें पास के ही एक निजी अस्पताल ले गई। डॉक्टरों ने मौत की पुष्टि की और बोम्मनहल्ली पुलिस को सूचना दी। बेटी से पूछताछ करने पर उसने बताया कि उसकी माँ को पीरियड्स के दौरान बहुत ज्यादा ब्लीडिंग होती थी। जिससे वह बाथरूम में गिर गई थीं। हम उन्हें अस्पताल ले आए। लेकिन डॉक्टरों ने बताया कि उनकी मौत हो चुकी है। पुलिस ने आगे की जाँच के लिए शव को सेंट जॉन्स अस्पताल भेज दिया।
इंस्पेक्टर प्रीतम को पहले ही शक था कि यह सामान्य मौत नहीं बल्कि हत्या है। वापस आकर उन्होंने सैनिटरी पैड की जाँच की। लेकिन उस पर खून के निशान तक नहीं थे। डॉक्टरों से पूछताछ करने पर पता चला कि पीरियड्स खत्म हुए पांच दिन हो चुके थे। इसके अलावा हाथ और गाल पर नाखून के निशान थे। साथ ही गले पर भी कसने के निशान थे। जिससे पुलिस को दामाद सुरेश पर शक हुआ। पुलिस ने बेटी पवित्रा को थाने बुलाकर पूछताछ की। इस दौरान सवाल पूछने पर उसने कहा कि क्या आपको अपनी बेटी पर शक है? इससे पुलिस का शक और गहरा हो गया। पुलिस की भाषा में पूछताछ करने पर उसने प्रेमी लवनीश के साथ मिलकर हत्या करने की बात कबूल कर ली।
हत्या को छुपाने के लिए पवित्रा और लवनीश ने जो ड्रामा रचा वह कमाल का था। घर में ही तौलिया से गला घोंटकर हत्या करने के बाद आरोपियों ने मृतका जयलक्ष्मी को सैनिटरी पैड पहनाया। गले पर चोट के निशान के बारे में पूछने पर उसने कहा कि उसकी मां हमेशा सिर पर अमृतांजलि लगाती थीं। साथ ही स्कार्फ भी बांधती थीं। उसे खोलने पर ऐसा हो गया होगा।
पति होते हुए भी प्रेमी संग रंगरलियां मनाती थी पवित्रा
सुरेश, पवित्रा का मामा है। दंपति की 10 साल की एक बेटी और 6 साल का एक बेटा है। जयलक्ष्मी ने थोड़ी-थोड़ी करके पैसे जोड़कर तीन मकान बनवाए थे। जिनसे हर महीने तीन लाख रुपये किराया आता था। गुरुमूर्ति रेड्डी बडवाने में जयलक्ष्मी और उनके पति मुनिराजू रहते थे, जबकि सुरेश और पवित्रा माइको लेआउट वाले घर में रहते थे। कुछ दिनों पहले जयलक्ष्मी की तबियत खराब होने पर पवित्रा अपनी माँ की देखभाल के लिए आती थी। इसी दौरान उसकी मुलाकात उसी घर में किराए पर रहने वाले लवनीश से हुई। दोनों के बीच पिछले एक साल से प्रेम-प्रसंग चल रहा था और दोनों के बीच अवैध संबंध भी थे।
एक महीने पहले मां हॉल में सो रही थीं। इसी दौरान दोनों बाथरूम में घुस गए। मां ने आकर दरवाजा खोला तो बेटी की करतूत सामने आ गई। जिसके बाद जयलक्ष्मी ने बेटी को खूब डांटा। साथ ही लवनीश को भी घर खाली करने को कहा। इससे डरी हुई पवित्रा को लगा कि कहीं यह बात उसके पति को न पता चल जाए। इसलिए उसने मां को रास्ते से हटाने की योजना बनाई। प्रेमी के साथ मिलकर तौलिया से गला घोंटकर मां जयलक्ष्मी की हत्या कर दी। बाद में इसे छुपाने के लिए उसने पूरा ड्रामा रचा। फिलहाल, मामले में बोम्मनहल्ली पुलिस थाने में हत्या का मामला दर्ज कर लिया गया है। पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।