
उत्तर प्रदेश में मंगलवार रात और बुधवार को हुई बारिश और बिजली गिरने से बड़ा हादसा हो गया। अलग-अलग जगहों पर 10 लोगों की मौत हो गई और 13 लोग घायल हो गए। सबसे ज्यादा नुकसान जौनपुर में हुआ, जहां तीन लोगों की जान गई। सोनभद्र के म्योरपुर इलाके के काचन गांव में मंगलवार रात एक घर पर बिजली गिर गई। इस हादसे में 13 साल की अंशिका की मौत हो गई।मिर्जापुर के हलिया क्षेत्र में भी बुधवार दोपहर दुखद घटना हुई। यहां सुखरा बांध के पास जंगल से लकड़ी लेकर घर लौट रही 45 साल की उर्मिला पर बिजली गिर गई, जिससे उनकी मौत हो गई।
पश्चिमी हिमालयी राज्यों में मानसून का कहर अभी भी जारी है। हिमाचल प्रदेश में लगातार बारिश से 10 कच्चे मकान ढह गए। सोमवार रात से मंगलवार तक हुई भारी बारिश, बादल फटने और भूस्खलन से उत्तराखंड की स्थिति भी बिगड़ी हुई है। देहरादून मार्ग कई जगहों से टूट गया है, जिसकी वजह से मसूरी में करीब 2,500 से ज्यादा सैलानी फंसे हुए हैं। हिमाचल के कांगड़ा जिले में बुधवार को हुई मूसलाधार बारिश से 10 मकान पूरी तरह ढह गए, जबकि 50 घरों को नुकसान पहुंचा है। इसके अलावा 64 गोशालाएं और एक दुकान भी क्षतिग्रस्त हो गई है। इस साल के मानसून सीजन में अब तक प्रदेश में 1,500 से ज्यादा घर पूरी तरह तबाह हो चुके हैं।
प्रयागराज के शिवकुटी इलाके में बुधवार रात बड़ा हादसा हो गया। मजार तिराहे पर बाइक बिजली के पोल से टकरा गई, जिसके बाद तीन किशोर की मौत हो गई और एक गंभीर रूप से घायल है। सभी मृतक एक ही मोहल्ले के थे, जिससे पूरे क्षेत्र में मातम छा गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
दिल्ली में विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी आज यानी गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे। माना जा रहा है कि वे वोट चोरी से जुड़े नए खुलासे कर सकते हैं। हालांकि, अब तक साफ नहीं है कि वे किस मुद्दे पर बात करेंगे।
उत्तर भारत के पहाड़ी क्षेत्रों में इस बार हुई भारी बारिश का असर दिल्ली पर भी देखने को मिला। यमुना का जलस्तर बढ़ने के कारण नदी के आसपास के इलाकों में बाढ़ की स्थिति बन गई थी, जिससे स्थानीय लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया था। हालांकि बाढ़ के बाद कुछ नुकसान की मरम्मत कर ली गई है, फिर भी यमुना के घाटों की स्थिति अभी भी गंभीर बनी हुई है।