Birch Goa Fire: अरपोरा नाइटक्लब में भयानक आग, 23 लोगों की मौत-आखिर हुआ क्या था?

Published : Dec 07, 2025, 06:56 AM IST
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सार

Arpora Fire Accident:गोवा के अरपोरा में बर्च नाइटक्लब में लगी आग ने 23 ज़िंदगियां क्यों निगल लीं? क्या सच में सिलेंडर ब्लास्ट हुआ था या इसके पीछे कोई और वजह छिपी है? किचन में मिले ज्यादातर शवों ने कई नए सवाल खड़े कर दिए हैं। जांच क्या सच उजागर करेगी?

Goa NightClub Fire: गोवा के अरपोरा इलाके में बागा बीच के पास मौजूद बर्च बाय रोमियो लेन नाइटक्लब में देर रात भड़की आग ने पूरे इलाके को दहशत में डाल दिया। शुरुआती जानकारी के मुताबिक, इस डरावनी घटना में कम से कम 23 लोगों की मौत हो चुकी है। पुलिस और फायर ब्रिगेड का मानना है कि यह आग सिलेंडर ब्लास्ट की वजह से लगी, लेकिन अभी इसकी आधिकारिक पुष्टि जांच के बाद ही होगी। रातभर चला रेस्क्यू ऑपरेशन, घना धुआं, आग की लपटें और घायल लोगों की चीखें—हर तरफ अफरातफरी का माहौल था। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो और तस्वीरों ने घटना को और भी खौफनाक बना दिया, क्योंकि उनमें नाइटक्लब की इमारत से उठती आग के गोले और काला धुआं साफ देखा जा सकता था। कई लोग मौके पर फंसे रहे, जिन्हें निकालने में घंटों लग गए।

 

 

क्या सिलेंडर ब्लास्ट ने मिनटों में नाइटक्लब को जला दिया?

पुलिस और फायर विभाग के अफसरों का कहना है कि आग आधी रात के करीब शुरू हुई और इतनी तेजी से फैली कि ज्यादातर लोग खुद को बचाने का मौका ही नहीं पा सके। सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि 23 में से ज्यादातर शव किचन एरिया से मिले, जो इस बात की ओर इशारा करता है कि ब्लास्ट वहीं हुआ होगा। सीढ़ियों पर भी दो शव मिले, जो शायद वहां से बाहर निकलने की कोशिश करते हुए गिर गए होंगे। गोवा के DGP आलोक कुमार ने पुष्टि की है कि घटना में मरने वाले ज्यादातर लोग स्टाफ मेंबर थे। उनके मुताबिक, अब तक बरामद सभी शव बुरी तरह झुलसे हुए थे, जिससे पहचान का काम भी मुश्किल हो गया है।

 

 

क्या बर्च नाइटक्लब ने फायर सेफ्टी के नियमों का पालन किया था?

इस बड़े सवाल के जवाब का इंतजार हर किसी को है। गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने घटनास्थल का दौरा किया और पूरी घटना को “गोवा के लिए बहुत दर्दनाक दिन” बताया। उन्होंने साफ कहा कि जांच में यह भी देखा जाएगा कि नाइटक्लब ने फायर सेफ्टी, बिल्डिंग कोड, और इमरजेंसी एग्ज़िट जैसे नियमों का कितना पालन किया था। उनका बयान साफ संकेत देता है कि इस हादसे में लापरवाही की संभावना को नज़रअंदाज़ नहीं किया जा सकता। सावंत ने X (पूर्व ट्विटर) पर लिखा कि जो भी जिम्मेदार पाया जाएगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। इस पोस्ट के बाद अब लोगों में सवाल उठ रहा है-क्या क्लब में पहले भी सुरक्षा से जुड़ी शिकायतें थीं? क्या यहां सुरक्षा इंतज़ाम कमजोर थे?

 

 

कौन थे मरने वाले? क्या टूरिस्ट भी शामिल थे?

CM ने बताया कि मरने वालों में तीन महिलाएं और तीन से चार टूरिस्ट भी शामिल हैं। स्थानीय लोग और गवाहों का कहना है कि धमाका इतना तेज था कि कुछ लोग तुरंत ही घायल होकर गिर पड़े। बचावकर्मियों को कई बार धुएं के कारण अंदर जाना मुश्किल हो रहा था, लेकिन रातभर टीमों ने लगातार कोशिश जारी रखी। 

राष्ट्रपति ने जताया दुख

इस हादसे पर राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने भी दुख जताया है। नॉर्थ गोवा जिले में आग लगने की दुखद घटना से बहुत दुख हुआ, जिसमें कई कीमती जानें गईं। दुखी परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदना है। इस मुश्किल समय में उन्हें हिम्मत मिले। मैं घायलों के जल्दी ठीक होने की प्रार्थना करता हूं।

 

 

क्लब में आग इतनी तेजी से क्यों फैली?

यह अभी भी एक बड़ा रहस्य है। क्या सिर्फ सिलेंडर ब्लास्ट जिम्मेदार था या क्लब के अंदर कोई ज्वलनशील सामग्री गलत तरीके से जमा थी? इमरजेंसी एग्ज़िट बंद था क्या? किचन क्षेत्र में इतनी भीड़ क्यों थी? जांच इन सभी सवालों के जवाब तलाशने की कोशिश कर रही है। यह हादसा सिर्फ एक नाइटक्लब आग नहीं, बल्कि सुरक्षा मानकों की अनदेखी का संभावित उदाहरण भी हो सकता है। 23 लोगों की मौत ने पूरे राज्य को झकझोर दिया है। आग की असली वजह, जिम्मेदार लोग और सुरक्षा खामियां सब कुछ जांच के बाद साफ होगा।

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