ममता सरकार के खिलाफ बीजेपी के प्रदर्शन में लाठीचार्ज-बवाल, हावड़ा में पुलिस गाड़ी फूंकी, पथराव

BJP Nabanna March in West Bengal: 14 सितंबर से राज्य में शुरू होने वाले विधानसभा सत्र के पहले बीजेपी ने सड़क पर शक्ति प्रदर्शन का ऐलान करते हुए सचिवालय मार्च का ऐलान किया था। 
 

Dheerendra Gopal | Published : Sep 13, 2022 9:43 AM IST / Updated: Sep 13 2022, 06:19 PM IST

BJP Nabanna March: पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी के खिलाफ बीजेपी द्वारा निकाले गए नबन्ना मार्च ('सचिवालय मार्च') के दौरान पुलिस ने खूब लाठियां बरसाई हैं। भीड़ को तितर-बितर करने के लिए वाटर कैनन का इस्तेमाल किया गया है। बीजेपी के नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी, लॉकेट चटर्जी समेत कई नेताओं को हिरासत में ले लिया गया है। उधर, रोके जाने के बाद बीजेपी कार्यकर्ताओं ने जमकर बवाल काटा है। गुस्साएं कार्यकर्ताओं ने हावड़ा के पास पुलिस गाड़ी पर पथराव कर आग लगा दी। बड़ा थाना में भी पथराव-तोड़फोड़ की सूचना है। ईस्ट मिदनापुर, तामलुक में बीजेपी कार्यकर्ताओं व टीएमसी कार्यकर्ताओं के बीच झड़प व टकराव की खबरें आ रही हैं।

विधानसभा सत्र के एक दिन पहले ममता सरकार के खिलाफ खोला मोर्चा

दरअसल, बीजेपी ने ममता बनर्जी सरकार द्वारा बुलाए गए विधानसभा सत्र के एक दिन पहले ही सड़क पर शक्ति प्रदर्शन का फैसला किया गया। ममता सरकार पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए बीजेपी नेताओं ने मंगलवार को सचिवालय नबन्ना तक मार्च निकालने का फैसला किया। इसके पहले बीजेपी ने रणनीतिक तौर पर कई स्तर पर तैयारियां की थी। लेकिन मंगलवार को कई दिशाओं से मार्च निकाले बीजेपी नेताओं को रोकने के लिए पहले से ही बैरिकेड्स, वाटर कैनन व भारी मात्रा में फोर्स तैनात कर दिए गए थे। लेकिन पुलिस ने मार्च को जगह जगह रोक दिया। शुभेंदु अधिकारी, राहुल सिन्हा, लॉकेट चटर्जी को हुगली पुल के पास ही पुलिस ने हिरासत में ले लिया और पुलिस वैन में लेकर दूसरी जगह लेकर चली गई। 

हावड़ा पुल पर लाठीचार्ज

उधर, हावड़ा पुल के पास प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस छोड़े, वाटर कैनन से पानी की बौछार की। कुछ कार्यकर्ता पुलिसवालों से भिड़ गए। भीड़ को हटाने के लिए पुलिस ने लाठियां बरसाईं। यहां भी तमाम पुरुष व महिला कार्यकर्ताओं को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। रानीगंज में भी पार्टी कार्यकर्ताओं को एहतियातन हिरासत में लिया गया है।

सुबह से ही पहुंचने लगे थे कार्यकर्ता

पश्चिम बंगाल सरकार को घेरने के लिए सुबह से ही बीजेपी कार्यकर्ता कोलकाता व हावड़ा पहुंचने लगे थे। यहां से नबन्ना की ओर मार्च करना था। पुलिस भी पूरी तैयारी में थी कि मार्च को सचिवालय तक नहीं पहुंचने देना है। भाजपा ने समर्थकों के लिए 'नबन्ना अभियान' में हिस्सा लेने के लिए सात ट्रेनों की व्यवस्था की थी। तीन ट्रेनें उत्तर बंगाल से और चार दक्षिण बंगाल से आई थीं। आरोप है कि उत्तर 24 परगना में भाजपा कार्यकर्ताओं को कोलकाता ले जाने वाली बसों को भी पुलिस ने रोक दिया।

उत्तर कोरिया बना दिया है पश्चिम बंगाल को: अधिकारी

बीजेपी नेता शुभेंदु अधिकारी ने हिरासत में लिए जाने के बाद कहा कि पश्चिम बंगाल को उत्तर कोरिया बना दिया गया है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के पास अपने लोगों का समर्थन नहीं है। इसलिए वह बंगाल में उत्तर कोरिया की तरह तानाशाही लागू कर रही हैं। पुलिस जो कर रही है उसकी कीमत चुकानी पड़ेगी। भाजपा आ रही है। शुभेंदु अधिकारी संतरागाछी क्षेत्र से मार्च का नेतृत्व कर रहे थे।

उधर, बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष व वर्तमान राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष ने उत्तरी कोलकाता से विरोध मार्च का नेतृत्व किया। घोष ने कहा कि टीएमसी सरकार जनता के विद्रोह से डरी हुई है। अगर वे हमारे विरोध मार्च को रोकने की कोशिश भी करते हैं, तो भी हम शांति से विरोध करेंगे। किसी भी अप्रिय घटना के लिए राज्य प्रशासन जिम्मेदार होगा।

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