भारत में पीएम मोदी की बीजेपी सरकार ने बीते कई साल में हेल्थ सेक्टर में काफी सुधार लाने की कोशिश की है। इसी का नतीजा है कि भारत ने साल 2021 में आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन की शुरुआत की थी।
आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन। भारत में बीजेपी की मोदी सरकार ने बीते 10 सालों के अपनी सरकार में कई सारे मील के पत्थर हासिल किया है। इन 10 सालों में पीएम मोदी के विजन ने भारत को अगले 23 साल बाद यानी साल 2047 तक विकसित भारत बनाने के ओर मजबूती से कदम भी बढ़ा लिया है। पीएम मोदी के नेतृत्व में बीजेपी सरकार ने देश के हित में जो भी फैसले लिए है, उनमे से हेल्थ सेक्टर को सर्वोच्च प्राथमिकता देने का प्रयास किया गया है।
इसी का परिणाम है कि मोदी के नेतृत्व में ही 2021-2022 से 2025-2026 तक 5 वर्षों के लिए 1,600 करोड़ रुपये की डिजिटल स्वास्थ्य इकोसिस्टम बनाने के लिए आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन शुरू किया था। इसकी वजह से पीएम मोदी के गारंटी का भी असर देखने को साफ मिला और इस योजना के तहत 29 फरवरी 2024 तक 56.67 करोड़ लोगों के आयुष्मान भारत स्वास्थ्य खाते (ABHA) बनाए जा चुके हैं। इसके अलावा ABDM ने लैंगिक समानता हासिल करने की दिशा में भी प्रगति की है। 29 फरवरी, 2024 तक, 27.73 करोड़ महिलाएं और 29.11 करोड़ पुरुषों को आभा कार्ड से लाभ हुआ है। वहीं 34.89 करोड़ से अधिक स्वास्थ्य दस्तावेजों को इससे जोड़ा गया है।
डिजिटल स्वास्थ्य इकोसिस्टम की खासियत
डिजिटल स्वास्थ्य इकोसिस्टम बनाने के लिए आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन मिशन का उद्देश्य देश में यूनिफाइड डिजिटल स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे की मदद करने के लिए जरूरी आधार तैयार करना है। इससे सीमित इंटरनेट कनेक्टिविटी वाले क्षेत्रों में आयुष्मान भारत स्वास्थ्य खाता (ABHA) खोलने के लिए ऑफ़लाइन मोड को मदद पहुंचती है।
इसके अलावा भारत सरकार ने स्वास्थ्य सुविधा के लिए आभा ऐप और आरोग्य सेतु जैसे विभिन्न एप्लिकेशन भी लॉन्च किए गए हैं, जो आम लोगों को मदद पहुंचाती है। आभा ऐप एक प्रकार का डिजिटल स्टोरेज है, जो किसी भी व्यक्ति के मेडिकल दस्तावेजों का रखने का काम आता है। इस ऐप के जरिए मरीज रजिस्टर्ड स्वास्थ्य पेशेवरों से संपर्क भी कर सकते हैं।
आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन कल्याणकारी योजना
आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन जैसी सरकारी कल्याणकारी योजनाएं न केवल डिजिटल असमानता को पाटने में मदद कर रही हैं, बल्कि लोगों को कुशल, सुलभ, समावेशी, किफायती, समय पर और सुरक्षित तरीके से स्वास्थ्य देखभाल सुविधा का लाभ लेने में भी मदद कर रही हैं। इसमें शामिल आयुष्मान भारत स्वास्थ्य खाता (ABHA) के जरिए अब तक 2.35 लाख स्वास्थ्य सुविधाओं का सत्यापन किया गया है। इसमें से प्राइवेट मेडिकल सेंटरों की संख्या 69,633 है और सरकारी मेडिकल सेंटरों की संख्या 1.66 लाख से अधिक है. इसके अलावा इस योजना से 2.84 लाख से अधिक स्वास्थ्य पेशेवर जुड़े हुए हैं।
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