Bulli Bai app case : दिल्ली पुलिस के हाथ लगी बड़ी सफलता, असम से मुख्य आरोपी को किया गिरफ्तार

Published : Jan 06, 2022, 01:10 PM ISTUpdated : Jan 06, 2022, 01:22 PM IST
Bulli Bai app case : दिल्ली पुलिस के हाथ लगी बड़ी सफलता, असम से मुख्य आरोपी को किया गिरफ्तार

सार

दिल्ली पुलिस को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है।  दरअसल, पुलिस ने बुल्ली बाई (bulli bai) एप बनाने वाले को असम से गिरफ्तार कर लिया है। इस मामले में यह चौधी गिरफ्तारी है।

नई दिल्ली : दिल्ली पुलिस को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। दरअसल, पुलिस ने मुस्लिम महिलाओं की तस्वीरें अपलोड करने वाले 'बुली बाई एप' के मुख्य साजिशकर्ता को गिरफ्तार कर लिया गया है. आरोपी का नाम नीरज बिश्नोई बताया जा रहा है. उसकी उम्र 21 साल है. इस मामले में यह चौथी गिरफ्तारी है. इससे पहले इस मामले में मुंबई पुलिस ने तीन गिरफ्तारी की थी. इसमें श्वेता सिंह,  विशाल कुमार और मयंक रावल शामिल हैं।  

IFSO के डीसीपी केपीएस मल्होत्रा (KPS Malhotra) ने बताया कि नीरज बिश्नोई को असम से गिरफ्तार किया गया है।  वह GitHub पर ‘बुली बाई’ का मुख्य साजिशकर्ता और निर्माता है।  उसे दिल्ली लाया जा रहा है।  

1 जनवरी को सामने आया था मामला
बता दें कि यह मामला सबसे पहले एक जनवरी को सामने आया। आरोपियों ने कई मुस्लिम महिलाओं की फोटो को एडिट कर GitHub प्लेटफॉर्म पर बने 'बुली बाई ऐप' पर ऑक्शन के लिए डाला था। इसमें उन महिलाओं को टारगेट किया गया था, जो सोशल रूप से काफी एक्टिव हैं। इनमें जर्नलिस्ट, एक्टिविस्ट और लॉयर शामिल हैं। इसके बाद वेस्ट मुंबई साइबर पुलिस स्टेशन में इस मामले में रविवार को अज्ञात आरोपी के खिलाफ IT एक्ट और IPC की विभिन्न धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया है। मुंबई पुलिस ने इस FIR में IPC की धारा 153-ए (धार्मिक आधार पर दो समुदायों के बीच भेदभाव को बढ़ाना), 153-बी (जानबूझकर धार्मिक भावनाओं को चोट पहुंचाने की कोशिश करना), 354-डी (पीछा करना), 509 (महिला के सम्मान को ठेस पहुंचाने की नीयत वाले शब्द या व्यवहार का उपयोग करना) और 500 (आपराधिक मानहानि) शामिल की गई हैं। साथ ही IT एक्ट की धारा 67 (इलेक्ट्रॉनिक फॉर्म में आपत्तिजनक मटीरियल पब्लिश करना या भेजना) भी शामिल की गई है।

क्या है Bulli Bai App
'Bulli Bai' एक ऐसा एप्लिकेशन है जो Github एपीआई पर होस्ट किया जाता है और 'Sulli Deal' ऐप के समान काम करता है। ऐप मुस्लिम महिलाओं को सोशल मीडिया पर लोगों के लिए 'सौदे' के रूप में पेश करता है। जबकि बुल्ली बाई के ट्विटर हैंडल को निलंबित कर दिया गया है, इसके बायो में लिखा था, 'बुली बाई खालसा सिख फोर्स (KSF) द्वारा एक समुदाय द्वारा संचालित ओपन-सोर्स ऐप है।
 

यह भी पढ़ें- मुस्लिम महिलाओं की तस्वीरें अपलोड कर रहे 'Bulli bai' एप पर विवाद, पत्रकार तक बनीं निशाना, जानिए पूरा मामला

PREV

Recommended Stories

इंडिगो ने फिर उड़ान भरी: 95% नेटवर्क दुरुस्त-क्या आज ऑपरेशन पूरी तरह नॉर्मल हो पाएगा?
Birch Goa Fire: अरपोरा नाइटक्लब में भयानक आग, 23 लोगों की मौत-आखिर हुआ क्या था?