सार
सोशल मीडिया पर बुल्ली बाई एप को लेकर बवाल मचा हुआ है, आरोप है कि इस एप पर कई चर्चित मुस्लिम महिलाओं की तस्वीरें अपलोड की गईं है, बताया जा रहा है कि इस एप पर एक महिला पत्रकार की तस्वीर अपडोट की गई है। फिलहाल, इस एप लेकर लोगों में आक्रोश है। आइए जानते हैं क्या है पूरा मामला
नई दिल्ली : सोशल मीडिया पर बुल्ली बाई एप को लेकर बवाल मचा हुआ है, आरोप है कि इस एप पर कई चर्चित मुस्लिम महिलाओं की तस्वीरें अपलोड की गईं है, जिसपर आपत्तिजनक टिपण्णी की जा रही है। इन तस्वीरों का सौदा भी हो रहा है। बताया जा रहा है कि इन महिलाओं में एक महिला पत्रकार भी शामिल है। जिसकी तस्वीरें आपत्तिजनक कंटेंट के साथ इस शेयर की गई है। इस मामले को लेकर शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने पुलिस में शिकायत भी दर्ज कराई है।
बुल्ली बाई एप के खिलाफ मुकदमा दर्ज
दिल्ली पुलिस ने एक महिला पत्रकार की शिकायक के आधार पर बुल्ली बाई के खिलाफ मामला दर्ज किया है। दिल्ली पुलिस ने बताया कि दक्षिण पूर्व जिले के साइबर पुलिस थाने में धारा 509 के तहत प्राथमिकी दर्ज की गयी है।
दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए
शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने शनिवार को कहा कि होस्टिंग प्लेटफॉर्म गिटहब का उपयोग करते हुए मुस्लिम महिलाओं की तस्वीरें एक एप पर अपलोड की गई हैं। चतुर्वेदी ने कहा कि उन्होंने इस मामले को मुंबई पुलिस के समक्ष भी उठाया है और दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तारी की मांग की है। शिवसेना सांसद ने कहा कि मैंने सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव से कई बार उन लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की अपील की है, जो 'सुल्ली डील्स' जैसे प्लेटफार्म के जरिए महिलाओं को निशाना बना रहे हैं, लेकिन सरकार हमारी बात को लगातार नजरअंदाज कर रही है।
मुंबई पुलिस ने लिया संज्ञान
इस मामले को लेकर मुंबई पुलिस ने कहा कि उसने मामले का संज्ञान लिया है और संबंधित अधिकारियों को कार्रवाई करने के लिए निर्देश दिए गए है। पुलिस अधिकारी ने कहा कि मुंबई साइबर पुलिस ने आपत्तिजनक कंटेंट के संबंध में जांच शुरू कर दी है।
क्रियेटर को किया गया ब्लॉक
प्रियंका चतुर्वेदी को ट्वीट पर जवाब देते हुए अश्विनी वैष्णव ने कहा कि GitHub ने आज सुबह ही क्रियेटर को ब्लॉक करने की पुष्टि की है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि पुलिस अधिकारी और सीईआरटी मिलकर आगे की कार्रवाई करने में जुट गये हैं। जिसके बाद प्रियंका ने अश्विनी बैष्णव का आभार जताया है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अभी और कार्रवाई करने की जरूरत है.
गिटहब पर बना है बुल्ली बाई’ एप
बता दें कि बुल्ली बाई’ एप को गिटहब पर बनाया गया है। हालांकि यह एक होस्टिंग प्लेटफॉर्म है। जहां पर ओपन सोर्स कोड का भंडार रहता है। लेकिन गिटहब और इस पर बनाए जा रहे ऐसे एप लेकर लोगों में आक्रोश है।
क्या है Bulli Bai App
'Bulli Bai' एक ऐसा एप्लिकेशन है जो Github एपीआई पर होस्ट किया जाता है और 'Sulli Deal' ऐप के समान काम करता है। ऐप मुस्लिम महिलाओं को सोशल मीडिया पर लोगों के लिए 'सौदे' के रूप में पेश करता है। जबकि बुल्ली बाई के ट्विटर हैंडल को निलंबित कर दिया गया है, इसके बायो में लिखा था, 'बुली बाई खालसा सिख फोर्स (KSF) द्वारा एक समुदाय द्वारा संचालित ओपन-सोर्स ऐप है। हाल की घटना में, सैकड़ों मुस्लिम महिलाओं की तस्वीरों का दुरुपयोग किया गया और 1 जनवरी को 'बुली बाई' के नाम से गिटहब का उपयोग करके एक ऐप पर एक अज्ञात समूह द्वारा अपलोड किया गया। पता चला, बुल्ली बाई ऐप के पीछे के लोग खालिस्तानी आंदोलन के स्वघोषित समर्थक हैं, और गिरफ्तार खालिस्तानी आतंकवादियों की रिहाई की मांग करते हैं। ऐप को URL Bullibai.github.io पर होस्ट किया गया था। हालांकि लोगों द्वारा सोशल मीडिया पर ऐप को शेयर करने के बाद अब इसे हटा दिया गया है। ऐप से जुड़े एक ट्विटर अकाउंट को भी सस्पेंड कर दिया गया है।