केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने देशवासियों से एक बड़ा प्रॉमिस किया है। आप तारीख लिखकर रख लें! 16 दिसंबर, 2022 को गडकरी ने कहा कि 2024 के अंत से पहले भारत में रोड इन्फ्रास्टक्चर अमेरिकी स्टैंडर्ड के बराबर हो जाएगा।
नई दिल्ली. देश बदल रहा है और देश के हाइवे भी! अब केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी(Union Minister of Road Transport and Highways Nitin Gadkari) ने देशवासियों से एक बड़ा प्रॉमिस किया है। आप तारीख लिखकर रख लें! 16 दिसंबर, 2022 को गडकरी ने कहा कि 2024 के अंत से पहले भारत में रोड इन्फ्रास्टक्चर अमेरिकी स्टैंडर्ड के बराबर हो जाएगा। पढ़िए कब और कहां कही गडकरी ने ये बात?
1.फिक्की के 95वें वार्षिक सम्मेलन(95th FICCI Annual convention) को संबोधित करते हुए नितिन गडकरी ने कहा, 'हम देश में वर्ल्ड स्टैंडर्ड रोड इन्फ्रास्ट्रक्चर बना रहे हैं। हम आपसे वादा करते हैं कि 2024 की समाप्ति से पहले हमारा सड़क ढांचा(road infrastructure) अमेरिकी स्टैंडर्ड के के बराबर हो जाएगा।"
2. लॉजिस्टिक कॉस्ट के मुद्दे पर बोलते हुए नितिन गडकरी ने कहा कि यह 2024 के अंत तक 16 प्रतिशत से 9 प्रतिशत तक ले जाने का प्रयास है।
3. मंत्री ने माना,"हमारी रसद लागत(ogistics cost) एक बड़ी समस्या है। वर्तमान में यह 16 प्रतिशत है, लेकिन मैं आपसे वादा करता हूं कि 24 के अंत तक हम इसे एक अंक यानी 9 प्रतिशत तक ले जाएंगे।"
4. गडकरी ने कहा कि भारत सतत विकास हासिल करने के लिए इन्वेस्टमेंट, इकोनॉमिक ग्रोथ और रोजगार सृजन( employment creation) को बढ़ावा देकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन का पालन करते हुए एक समावेशी भारत के निर्माण की राह पर है। हालांकि, हमें सभी स्टॉकहोल्डर्स के बीच सहयोग, समन्वय और कम्यूनिकेशन की आवश्यकता है।"
5. नितिन गडकरी ने कंस्ट्रक्शन इंडस्ट्री को लेकर भी अपनी बात रखी। यह ग्लोबल रिर्सो का 40 प्रतिशत कन्ज्यूम्स करता है। मंत्री ने कहा कि हम विकल्प अपनाकर निर्माण कार्य में स्टील के उपयोग को कम करने की कोशिश कर रहे हैं।
6. नितिन गडकरी ने कहा- "हम जानते हैं कि कंस्ट्रक्शन इंडस्ट्री न केवल एन्वायरमेंटल पॉल्युशन में महत्वपूर्ण योगदान देती है, बल्कि ग्लोबल मटेरियल और रिसोर्सेज का 40 प्रतिशत भी संरक्षित करती है। हम संसाधनों की लागत को कम करने और निर्माण की गुणवत्ता में सुधार करने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।"
7. मंत्री ने कहा-"जैसा कि हम जानते हैं कि सीमेंट और स्टील कंस्ट्रक्शन के लिए मेजर कम्पोनेंट्स हैं, इसलिए हम विकल्प अपनाने की कोशिश करके निर्माण कार्य में स्टील के उपयोग को कम करने की कोशिश कर रहे हैं।"
8.मंत्री ने इस तथ्य पर जोर देते हुए कि भारत एक ऊर्जा निर्यातक(energy exporter) के रूप में खुद को आकार देने के लिए एक उत्कृष्ट स्थिति में है, निकट भविष्य में, हरित हाइड्रोजन ऊर्जा का एक स्रोत होगा।
9.मंत्री ने कहा कि हरित हाइड्रोजन(Green hydrogen) भविष्य के लिए फ्यूल हैं। भारत एक ऊर्जा निर्यातक के रूप में खुद को आकार देने के लिए एक उत्कृष्ट स्थिति में है और यह केवल भारत में हरित हाइड्रोजन की क्षमता के कारण ही संभव हो सकता है।
10. गडकरी ने कहा कि निकट भविष्य में, हरित हाइड्रोजन एविएशन, रेलवे, रोड ट्रांसपोर्ट, केमिकल और फर्टिलाइजर्स इंडस्ट्रीज में एनर्जी का एक प्रमुख सोर्स होगा। निकट भविष्य में भारत में ग्लोबल मैन्युफैक्चरिंग हब और ग्रीन हाइड्रोजन के एक्सपोर्ट बनने की क्षमता है।
11. इलेक्ट्रिक मोबिलिटी को लेकर गडकरी ने कहा कि भारत को इस क्षेत्र में अग्रणी होना चाहिए और हमारा ध्यान वैकल्पिक ईंधन(lternative fuels) पर चलने वाले इन ऑटोमोबाइल को बचाने पर है। गडकरी ने कहा-"इलेक्ट्रिक मोबिलिटी 2030 तक मोस्ट इफेक्टिव ट्रांसपोर्ट सिस्टम होगी।"
12. गडकरी ने जिक्र किया-" कुछ दिनों पहले कनाडा की एक कंपनी मेरे पास यह दिखाने के लिए आई थी कि कैसे हम समुद्र के पानी में खनन से कोबाल्ट और मैंगनीज प्राप्त कर सकते हैं? उन्होंने मुझे वही माइनिंग मटैरियल दिखाया। उन्होंने दावा किया कि यदि हम इसे कोबाल्ट के स्रोत के रूप में उपयोग कर सकते हैं, तो यह बैटरी की लागत को कम कर देगा। बैटरी को लेकर विश्व स्तर पर बहुत सारे रिसर्च हो रहे हैं। हमें इस क्षेत्र में अग्रणी होना चाहिए।"
यह भी पढ़ें
Year Ender: 2022 में भी दुनिया के सबसे पॉपुलर नेता बने PM मोदी, जानें लिस्ट में उनके बाद कौन-कौन
अग्नि-5 की जद में है चीन-पाकिस्तान समेत आधी दुनिया, जानें वर्ल्ड की 5 सबसे घातक मिसाइलों के बारे में