बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गैर भारतीय जनता पार्टी शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों और विपक्षी नेताओं से अपील की है कि नागरिकता संशोधन अधिनियमऔर राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर के खिलाफ एकजुट हों।नर्जी ने विपक्षी नेताओं को लिखे पत्र में कहा कि देश को बचाओ।
कोलकाला. नागरिकसा संशोधन कानून के खिलाफ विरोध कम होने का नाम नहीं ले रहे है। तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गैर भारतीय जनता पार्टी शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों और विपक्षी नेताओं से अपील की है कि नागरिकता संशोधन अधिनियमऔर राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर के खिलाफ एकजुट हों। ममता बनर्जी ने मुख्यमंत्रियों से कहा है कि राजनीतिक पार्टियों और नेताओं को सीएए और एनआरसी का विरोध करना चाहिए और एकजुट होना चाहिए।
देश को बचाओ
ममता बनर्जी ने विपक्षी नेताओं को लिखे पत्र में कहा कि देश को बचाओ। ममता बनर्जी ने एनसीपी चीफ शरद पवार, कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी, नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला समेत कई नेताओं को पत्र लिखकर एनआरसी और सीएए के खिलाफ आवाज उठाने की अपील की है।
देशव्यापी प्रदर्शन की जरूरत
ममता बनर्जी ने अपने चिट्ठी में लिखा है कि देश को एनआरसी और सीएए के खिलाफ देशव्यापी प्रदर्शन करने की जरूरत है। ममता बनर्जी ने यह कदम तब उठाया है जब भारतीय जनता पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने अपनी कोलकाता रैली में कहा कि ममता बनर्जी एनआरसी के मुद्दे पर देश को गुमराह कर रही हैं।
'देश की हालत गंभीर'
ममता बनर्जी ने देश की मौजूदा हालत को गंभीर बताया साथ ही कहा कि देश बचाने के लिए नागरिकता कानून के खिलाफ विपक्ष एकजुट होकर प्रदर्शन करे। ममता बनर्जी ने अपनी चिट्ठी में कहा कि यह पत्र मैं चिंता में लिख रही हूं। देश के एक बड़े वर्ग में इस कानून को लेकर शंका की स्थिति है। ओबीसी, आदिवासी, अल्पसंख्यकों और विशेषकर महिलाओं में इस कानून को लेकर डर का माहौल है। हालात बेहद गंभीर है. इसलिए लोकतंत्र बचाने के लिए विपक्ष के नेताओं को साथ आना चाहिए।