
बीरभूम। पश्चिम बंगाल के बीरभूम स्थित रामपुर हाट (Birbhum violence case) इलाके में हुई हिंसा और 8 लोगों को जिंदा जलाने के मामले की जांच अब सीबीआई कर रही है। रविवार को CBI की टीम घटनास्थल पर पहुंची और वहां से फोरेंसिक सबूत जुटाए। इससे पहले 30 सदस्यीय टीम ने रामपुरहाट थाने पहुंचकर पुलिस से केस डायरी ली और जांच के सभी दस्तावेजों का अध्ययन किया। अधिकारियों के मुताबिक 30 सदस्यीय टीम ने तीन भागों मे अपना काम शुरू किया है। एक टीम के दस्तावेज हाथ में लेने के साथ दूसरी टीम ने घटनास्थल पर पहुंचकर फाेरेंसिक नमूने लिए, जबकि एक टीम ने पीड़ितों के बयान दर्ज किए।
तेज हुई राजनीति, सुवेंदु को जेड प्लस सिक्योरिटी
इस घटना पर तेज हो रही राजनीति को देखते हुए विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी को केंद्र ने जेड प्लस सिक्योरिटी दे दी है। लोकसभा में विपक्ष के नेता अधीर रंजन चौधरी भी पिछले दिनों घटनास्थल पर जा रहे थे, लेकिन उन्हें 90 किमी पहले ही रोक लिया गया। इसके विरोध में उन्होंने पदयात्रा की।
कलकत्ता हाईकोर्ट ने दिए हैं CBI जांच के आदेश
कलकत्ता हाईकोर्ट ने पिछले दिनों बीरभूम जिले के रामपुरहाट में हुई इस नृशंस और बर्बर हत्याकांड की सीबीआई जांच के आदेश दिए हैं। शुक्रवार को कोर्ट के आदेश के अगले ही दिन शनिवार को टीम रामपुरहाट पहुंच गई थी। रामपुर हाट में यह घटना सोमवार की देर रात हुई थी। इसमें उग्र भीड़ ने बोगटूई गांव में कई घरों में आग लगा दी थी, जिसमें एक ही परिवार के 8 लोगों की मौत हो गई थी।
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क्या है मामला
सीबीआई ने अपनी एफआईआर में कहा कि प्राथमिक जांच से पता चलता है कि टीएमसी नेता भादू शेख की हत्या का बदला लेने के लिए यह हिंसा की गई थी। एक दिन पहले अज्ञात हमलावरों ने शेख पर देसी बम से हमला किया था। इसके बदले में 70-80 लोगों की भीड़ ने पीड़ितों के घरों में तोड़फोड़ की और अंदर के लोगों को मारने के लिए घरों में आग लगा दी। सीबीआई ने आजाद चौधरी, इंताज शेख, मोफिजल शेख, अशिम शेख, राणा शेख, नजरूल इस्लाम, अजहर शेख, मोरतेज अली, रस्तन शेख, रोहन शेख, नाजिर हुसैन, ललन शेख, बप्पा शेख, जहांगीर शेख, सोबु शेख, राज शेख, मोफुद्दीन शेख, नायन देवान, असरफ खान, तौसिब शेख और रमजान शेख के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है।
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