भारत-चीन बार्डर विवाद बहुत जटिल लेकिन कोई युद्ध नहीं चाहता न ही कोई चाहता है टकराहट...सीनियर डिप्लोमेट मा जिया ने नई दिल्ली में दिए संकेत

चीनी दूतावास की सीनियर डिप्लोमेट की यह टिप्पणी रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और उनके चीनी समकक्ष शी जिनपिंग की मीटिंग के बाद जारी एक संयुक्त बयान के बाद आयी है।

Dheerendra Gopal | Published : Mar 22, 2023 6:28 PM IST / Updated: Mar 22 2023, 11:59 PM IST

India China border faceoff: ड्रैगन ने कहा कि भारत और चीन के बीच बार्डर विवाद काफी जटिल है। दोनों देशों को बार्डर विवाद को लेकर मुखर हैं। लेकिन दोनों में से कोई भी देश युद्ध या टकराव नहीं चाहता है। चीनी एंबेसी में चार्ज डी'आफेयर मा जिया ने कहा कि दोनों देश युद्ध नहीं चाहते हैं लेकिन तनाव भी कम नहीं होने जा रहा है। मा जिया ने कहा कि बार्डर पर स्थितियां काफी जटिल हैं। एक समझौते पर पहुंचना किसी के लिए आसान नहीं है। हालांकि, दोनों तरफ से सीनियर कमांडर लेवल पर कोआपरेशन और कंसल्टेशन मैकेनिज्म पर काम हो रहा है। बता दें कि चीन ने अभी तक भारत में राजदूत नहीं नियुक्त किया है।

मा जिया (Ma Jia) ने कहा कि बाली में जी-20 शिखर सम्मेलन में सहमति बनने के बाद से यूक्रेन मुद्दे पर स्थिति गंभीर हो गई है और अब समायोजन तक पहुंचना अधिक कठिन हो गया है। चीनी दूतावास की सीनियर डिप्लोमेट की यह टिप्पणी रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और उनके चीनी समकक्ष शी जिनपिंग की मीटिंग के बाद जारी एक संयुक्त बयान के बाद आयी है। इस संयुक्त बयान में यह संकेत दिया गया है कि दोनों पक्ष अप्रासंगिक मुद्दों को उठाने के लिए बहुपक्षीय मंचों के उपयोग का विरोध करेंगे।

भारत-चीन संबंधों पर क्या टिप्पणी की मा जिया ने?

भारत में चीन की टॉप डिप्लोमेट मा जिया ने कहा कि "कठिनाइयां हैं, मैंने अभी कहा है। लेकिन हमें इसका सामना करना होगा। हमें यह भी विश्वास है कि चीन और भारत युद्ध नहीं चाहते हैं। न तो हम युद्ध चाहते हैं। न ही हम सीमावर्ती क्षेत्रों में टकराव चाहते हैं। इसीलिए हम इसके बारे में बात करते रहते हैं। हमें समस्याओं का सामना करना पड़ता है और हमें बात करनी होती है। मुझे लगता है कि दोनों पक्षों का इरादा संबंधों को बेहतर बनाना है। हमारे दोनों नेताओं के पास पहले से ही इस पर सहमति है और मुझे लगता है कि हम एक रास्ता निकाल सकते हैं।" उन्होंने कहा कि सीमा का मुद्दा कई वर्षों के इतिहास में रहा है और किसी समझौते पर पहुंचना आसान नहीं है।

चीन ने अभी तक नहीं तैनात किया है राजदूत

भारत में चीन के राजदूत रहे सन वेइदॉन्ग का पिछले अक्टूबर में कार्यकाल समाप्त हो गया। सन वेइदॉन्ग का कार्यकाल पूरा होने के बाद चीन ने अभी तक भारत में अपने राजदूत की नियुक्ति नहीं की है। वरिष्ठ राजनयिक मा जिया नई दिल्ली में मिशन के प्रभारी रह चुकी हैं।

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