सीएम भूपेश बघेल के पिता की गिरफ्तारी के बाद आवभगत: फोटो से समझिए कॉमन मैन और सत्ता के लिए कानून का अंतर

मंगलवार को छत्तीसगढ़ पुलिस ने राज्य के सीएम भूपेश बघेल के पिता नंद कुमार बघेल को गिरफ्तार कर लिया था। कोर्ट ने सीएम के पिता को पंद्रह दिन की ज्यूडिशियल कस्टडी में भेज दिया था। 

Asianet News Hindi | Published : Sep 8, 2021 12:58 PM IST / Updated: Sep 08 2021, 06:33 PM IST

रायपुर। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पिता नंद कुमार बघेल पर एफआईआर और गिरफ्तारी में सीएम हाउस का किसी तरह का हस्तक्षेप न करने की हर ओर तारीफ हो रही थी। लेकिन न्यायिक हिरासत में भेजे जाने के बाद सीएम के पिता की आवभगत की एक वायरल फोटो उनकी किरकिरी भी कराने लगा है। लोग सीएम के पिता की पुलिस थाने में स्पेशल ट्रीटमेंट पर सवाल खड़े कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर सीएम की कथनी और करनी पर इस फोटो के सामने आने के बाद प्रश्नचिन्ह लगाया जा रहा है। 

क्या है फोटो में...

सोशल मीडिया पर एक फोटो वायरल हो रहा है। इस फोटो में अरेस्ट किए गए सीएम के पिता नंद कुमार बघेल की थाने में वीवीआईपी ट्रीटमेंट हो रही है। वह थानेदार के ऑफिस में आराम से बैठे हैं। वहीं टेबल पर वह थाली में खाना खा रहे हैं। कई सुरक्षा गार्ड्स रूम में खड़े दिख रहे हैं। 

 

एक दिन पहले हुए थे गिरफ्तार

दरअसल, मंगलवार को छत्तीसगढ़ पुलिस ने राज्य के सीएम भूपेश बघेल के पिता नंद कुमार बघेल को गिरफ्तार कर लिया था। कोर्ट ने सीएम के पिता को पंद्रह दिन की ज्यूडिशियल कस्टडी में भेज दिया था। अब 21 सितंबर को उनको कोर्ट में प्रस्तुत किया गया। 

नहीं दी थी जमानत की अर्जी

सीएम के पिता नंद कुमार बघेल के अधिवक्ता गजेंद्र सोनकर ने कहा कि रायपुर कोर्ट ने उनको 15 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। उन्होंने बताया कि नंद कुमार बघेल ने जमानत अर्जी कोर्ट में देने से मना कर दिया था इसलिए जमानत के लिए प्रयास नहीं किया गया। 

सीएम भूपेश बघेल के पिता नंद कुमार बघेल ने बीते दिनों ब्राह्मण समाज को लेकर एक टिप्पणी कर दी थी। इसके खिलाफ सर्व ब्राह्मण समाज ने डीडी नगर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत मिलने के बाद शनिवार देर रात नंद कुमार बघेल के खिलाफ धारा 153-ए (विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देना) और 505 (1) (बी) (इरादा) के तहत प्राथमिकी दर्ज की थी। 

यह बात कही थी सीएम के पिता ने, जिस पर हुआ एफआईआर

नंद कुमार बघेल ने कहा था कि मैं भारत के सभी ग्रामीणों से आग्रह कर रहा हूं कि ब्राह्मणों को आपके गांवों में प्रवेश न करने दें। मैं हर दूसरे समुदाय से बात करूंगा ताकि हम उनका बहिष्कार कर सकें। उन्हें वोल्गा नदी के तट पर वापस भेजने की जरूरत है। 

सीएम बोले: कानून सबके लिए समान, मैं बयान के खिलाफ

सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि कानून सर्वोच्च है और उनकी सरकार सबके लिए खड़ी है। उन्होंने कहा कि कोई भी कानून से ऊपर नहीं है, भले ही वह व्यक्ति मेरे 86 वर्षीय पिता हों। छत्तीसगढ़ सरकार हर धर्म, संप्रदाय, समुदाय और उनकी भावनाओं का सम्मान करती है। मेरे पिता नंद कुमार बघेल द्वारा एक विशेष समुदाय के खिलाफ टिप्पणी कर सांप्रदायिक शांति भंग की गई है। उनके बयान से मैं भी दुखी हूं।

यह भी पढ़ें:

आत्मनिर्भर IAF: 83 LCA Tejas सहित 350 विमान खरीदेगी भारतीय वायुसेना

किसानों के लिए मोदी कैबिनेट का फैसला: गेहूं, चना, मसूर और सरसों की MSP में बढ़ोतरी

मेजर ध्यानचंद खेल रत्न अवार्ड: सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज की अध्यक्षता वाली 12 सदस्यीय कमेटी करेगी सलेक्शन

Share this article
click me!