
लखनऊ. उत्तर प्रदेश के हाथरस केस पर पीड़िता के परिवार से 45 मिनट की मुलाकात के बाद यूपी के मुख्य सचिव (गृह) अवनीश अवस्थी ने की प्रेसवार्ता की। उन्होंने कहा, एसआईटी ने अपना काम शुरू कर दिया है। परिवार का बयान ले लिया गया है। एसआईटी की पहली रिपोर्ट मिल गई। रिपोर्ट मिलने के दो घंटे के अंदर प्रदेश सरकार ने एक्शन लिया।
अवनीश अवस्थी ने कहा, एसआईटी की जांच चल रही है। परिवार के लोगों ने एक-एक चीज अपनी नोट कराई है। हमने कहा है कि एसआईटी बैठकर जो भी उनकी शिकायत होगी, उसे एसआईटी गौर करेगी और समाधान निकालने का प्रयास करेगी। हमने यह तय किया है कि गांव की सुरक्षा बनी रहेगी। मैं कहना चाहूंगा कि जो एसआईटी है वह अपना काम करती रहेगी। जो भी दोषी होगा उसपर कठोरतम कार्रवाई की जाएगी। परिवार ने जो बिंदु उठाए हैं एसआईटी उसपर सख्त कार्रवाई करेगी।
अवनीश अवस्थी और डीजीपी ने की थी मुलाकात
यूपी के अपर मुख्य सचिव-डीजीपी और पीड़िता के परिवार के बीच 45 मिनट की बातचीत हुई थी। मुलाकात के बाद डीजीपी ने कहा था कि परिवार के एक-एक सदस्य से बात की। उनकी जो भी दिक्कत थी उसे नोट किया गया है।
वहीं मुलाकात के बाद पीड़िता के भाई ने कहा कि डीजीपी ने न्याय दिलाने का भरोसा दिलाया है। घर के लोगों ने कहा कि अंतिम संस्कार का कोई फोटो दिखा दें कि वह मेरी बहन ही थी, जिसके बाद हम अपनी बहन को श्रद्धांजलि दे सके। परिवार ने सवाल किया कि जल्दबाजी में अंतिम संस्कार क्यों किया गया?
दोनों अधिकारियों ने चटाई पर बैठकर बात की
उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी और डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी पीड़िता के परिवार से मिलने पहुंचे। दोनों अधिकारियों के आने से पहले पीड़िता के घर में चटाई बिछाई गई। दोनों अधिकारी जब पीड़िता के घर पहुंचे तो जमीन पर उसी चटाई पर बैठे और परिवार के लोगों से बात की।
मीडिया को दूर रखकर बातचीत की गई थी
अधिकारियों से पीड़िता के पिता और भाई और फिर घर के बाकी सदस्यों से बात की। बीच-बीच में पिता अधिकारियों के सामने हाथ जोड़ा। बातचीत के दौरान मीडिया को दूर ही रखा गया है। एक रस्सी के जरिए घेरा बना दिया गया, जिसके बाहर ही मीडिया को रहने के लिए कहा गया है। इस मुलाकात के दौरान जिले के डीएम मौजूद नहीं थे। 14 सितंबर को इस परिवार की 22 साल की लड़की से कथित गैंगरेप हुआ था।