चीनी नागरिक मामलों के मंत्रालय, जिसे प्रशासनिक प्रभागों की स्थापना और नामकरण का काम सौंपा गया था, ने अरुणाचल प्रदेश में तथाकथित 'मानकीकृत' भौगोलिक नामों की हालिया सूची जारी की, जिसे बीजिंग 'ज़ंगनान' के रूप में मान्यता देता है।
नई दिल्ली। चीन ने भारत स्थित अरुणाचल प्रदेश के 30 हिस्सों की लिस्ट जारी कर उसे अपने मानचित्र के मुताबिक अपना बताया है। चीन ने भारत के पूर्वोत्तर राज्य अरुणाचल प्रदेश में लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल के पास की लिस्ट जारी की है। इसमें चीन ने अरुणाचल प्रदेश की 30 जगहों के नाम जारी किए है। उसने इसे स्थान के नाम बदलकर उसे अपने देश का हिस्सा बताया है। हालांकि इस बारे में भारत के विदेश मंत्रालय का कहना है कि अरुणाचल प्रदेश भारत का अंग और हमेशा रहेगा। चीन के कुछ भी करने से फर्क नहीं पड़ता।
पहले भी चीन कर चुका ऐसी हरकतें
भारत का कहना है चीन की ये हरकत कुछ नई नहीं है। यह पहली बार नहीं है जब चीन ने भारतीय सीमा क्षेत्रों के नाम बदलने की कोशिश की है। चीनी मंत्रालय की ओर से किए गए प्रयास में अरुणाचल प्रदेश के 30 हिस्सों के नाम बदले गए हैं। हांलाकि ये ज्यादातर पहाड़ी, नदी इलाके हैं। लेकिन फिर भी ये हरकर चीन की एलएसी को लेकर बनाए नियमों के विपरीत है।
30 स्थानों में ये शामिल
बीजिंग ने जिन 30 स्थानों का नाम बदला उनमें भारत के अरुणाचल प्रदेश सीमा में आने वाले 12 पहाड़, चार नदियां, एक झील, एक पहाड़ी इलाका, 11 रिहायशी क्षेत्र और जमीन का हिस्सा शामिल है। इसे चीन ने अपने मानचित्र में बदले नाम से प्रदर्शित किया है। चीनी मंत्रालय ने एक मानचित्र भी शेयर किया है जिसमें सभी 30 जगहों के बारे में भी जिक्र किया गया है।
विदेश मंत्री ने कहा- चिंता की बात नहीं, हमारी सेना एलएसी पर तैनात
अरुणाचल प्रदेश की सीमा को चीन में बदले नाम से मानचित्रों में दिखाने की हरकत पर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा है कि 2017, 2021 और 2023 में भी ऐसी ही हरकत की गई थी। उसमें भी कई स्थानों के नाम बदलकर अपने मैप में चीन ने दिखाया था। जयशंकर ने कहा है कि चीन की ऐसी हरकतों से कोई फर्क नहीं पड़ता है। चिंता की बात नहीं भारतीय सेना लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल पर तैनात है।