
Pakistan India Tensions: पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच जिस तरह तनाव बढ़ा है, लड़ाई शुरू होने की आशंका बढ़ गई है। इसे देखते हुए भारत सरकार ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से बुधवार को 244 वर्गीकृत नागरिक सुरक्षा जिलों में नागरिक सुरक्षा अभ्यास आयोजित करने के लिए कहा है।
इससे पहले इस तरह का अभ्यास 1971 में किया गया था। तब भारत और पाकिस्तान के बीच लड़ाई हुई थी। पाकिस्तान की हार हुई थी और बांग्लादेश नाम का नया राष्ट्र दुनिया के नक्शे पर बना था। बुधवार को होने वाला ड्रिल 1962 में चीन और 1965 और 1971 में पाकिस्तान के साथ हुई लड़ाई की यादें ताजा कर देगा।
ड्रिल में युद्ध जैसी स्थिति में किस तरह की तैयारी होनी चाहिए इसे बताया जाएगा। हवाई हमले की चेतावनी देने वाले सायरन बजेंगे। इंडियन एयरफोर्स के साथ हॉटलाइन या रेडियो संचार लिंक को सक्रिय किया जाएगा। ब्लैकआउट किया जाएगा। महत्वपूर्ण कारखानों और जगहों को जल्दी छिपाया जाएगा।
1971 के बाद पहली बार देश में सुरक्षा ड्रिल होगा। 1999 में कारगिल की लड़ाई हुई थी। इसके बाद 2001 में संसद पर आतंकवादी हमले के बाद भारत ने सीमा पर सैनिकों को तैनात किया था। इन दोनों मौकों पर पाकिस्तान के साथ पूरी लड़ाई शुरू होने का खतरा था, लेकिन ऐसा ड्रिल नहीं किया गया था।
लड़ाई की स्थिति में दुश्मन के हमले के खतरे के आधार पर भारत में 244 जिले हैं। इनमें ऐसे जिले शामिल हैं जहां नागरिक सुरक्षा तैयारियों की आवश्यकता है। इनमें सीमा के करीब के जिले शामिल हैं। ऐसे जिले जहां बड़े उद्योग अधिक लगे हुए हैं, जहां सेना या सरकार के महत्वपूर्ण प्रतिष्ठान या बड़े शहर हैं, उन्हें भी नागरिक सुरक्षा जिले की लिस्ट में रखा गया है।
बता दें कि 22 अप्रैल को पाकिस्तान समर्थित आतंकवादियों ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में भीषण हमला किया था, जिसके चलते 26 लोगों की मौत हुई थी। इसके बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ा हुआ है। पीएम नरेंद्र मोदी ने सेनाओं को बदले की कार्रवाई की खुली छूट दी है। दूसरी ओर पाकिस्तान ने हमला किए जाने पर परमाणु बम दागने की धमकी दी है। भारत की सेनाओं हर स्थिति के लिए तैयार हैं।