PM Modi visit on Ganesh Puja day: भारत के चर्चित मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ ने अपने रिटायरमेंट के एक दिन पहले यह खुलासा किया कि पीएम नरेंद्र मोदी गणेश पूजा के दिन उनके घर क्यों पहुंचे थे। गणेश पूजा के दिन पीएम मोदी के सीजेआई चंद्रचूड़ के घर पहुंचने पर राजनीतिक विवाद खड़ा हो गया था। सीजेआई ने कहा कि ऐसी मीटिंग में न्यायिक मामलों पर चर्चा नहीं होती है। हालांकि, उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्रियों और हाईकोर्ट्स के चीफ जस्टिस के लिए नियमित मीटिंग्स करने की एक परंपरा रही है।
एक मीडिया हाउस के सेमीनार में मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा कि लोग सोचते हैं कि ये मीटिंग्स क्यों होती हैं। हमारी राजनीतिक व्यवस्था की परिपक्वता इस तथ्य में निहित है कि राजनीतिक वर्ग में भी न्यायपालिका के प्रति बहुत अधिक सम्मान है। यह सर्वविदित है। न्यायपालिका का बजट राज्य से आता है। यह बजट न्यायाधीशों के लिए नहीं है। हमें नए न्यायालय भवनों, जिलों में न्यायाधीशों के लिए नए आवासों की आवश्यकता है। इसके लिए मुख्य न्यायाधीश और मुख्यमंत्री की बैठकें आवश्यक हैं।
मुख्य न्यायाधीश ने कहा कि वे पहले इलाहाबाद हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस रह चुके हैं। जब मुख्य न्यायाधीश की नियुक्ति होती है तो वे मुख्यमंत्री के घर जाते हैं। फिर मुख्यमंत्री, मुख्य न्यायाधीश के घर आते हैं। इन मीटिंग्स में एजेंडा तय होता है। मान लीजिए, राज्य में 10 परियोजनाएं चल रही हैं, बुनियादी ढांचा क्या है, बजट क्या है? मुख्यमंत्री इन परियोजनाओं की प्राथमिकताएं बताते हैं। क्या इसके लिए आपको मिलना नहीं पड़ेगा? अगर यह पत्रों के ज़रिए होता है तो काम कभी पूरा नहीं होगा।
सीजेआई ने कहा कि राजनीतिक व्यवस्था में बहुत परिपक्वता है। इन बैठकों के दौरान मुख्यमंत्री कभी भी लंबित मामले के बारे में नहीं पूछते। 14 अगस्त और 26 जनवरी को शादी या शोक के दिन, मुख्यमंत्री और मुख्य न्यायाधीश एक-दूसरे से मिलते हैं। इससे न्यायिक काम पर कोई असर नहीं पड़ता। लोग पूछते हैं कि क्या डीलिंग हो रहे हैं। यह सिर्फ़ एक मज़बूत संवाद का हिस्सा है।
दरअसल, गणेश पूजा उत्सव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ के आवास पर पहुंचे थे। पूजा करते हुए पीएम मोदी के साथ चंद्रचूड़ व उनके परिवार का फोटो सोशल मीडिया पर सामने आया था। इससे एक बड़े राजनीतिक विवाद को जन्म दिया था जिसमें विपक्ष के एक वर्ग ने कहा था कि ऐसी मीटिंग्स संदेह पैदा करती हैं।
भारत के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ 10 नवंबर को सेवानिवृत्त होने वाले हैं। न्यायमूर्ति संजीव खन्ना सर्वोच्च न्यायालय के प्रमुख के रूप में उनकी जगह लेंगे।
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