कर्नाटक कांग्रेस के एक ट्वीट में कहा गया था कि ''कांग्रेस ने स्कूल बनवाए थे, इसके बावजूद मोदी ने पढ़ाई नहीं की। एक वयस्क शिक्षा कार्यक्रम था, लेकिन उन्होंने फिर भी पढ़ाई नहीं की। भीख मांगने पर प्रतिबंध है, जो भीख मांगकर आसान जीवन के आदी हैं, वे नागरिकों को भिखारी बना रहे हैं। देश 'अंगूठाछाप मोदी' की वजह से भुगत रहा है।''
नई दिल्ली। कर्नाटक (Karnataka) में कांग्रेस (Congress) ने पीएम नरेंद्र मोदी (PM Modi) को "अंगूठा-छाप" या अनपढ़ बताते हुए एक ट्वीट को हटा दिया है। कांग्रेस ने इस प्रकरण को समाप्त करते हुए कहा कि यह एक नौसिखिए सोशल मीडिया मैनेजर द्वारा गलती से पोस्ट किया गया था। कांग्रेस ने माना है कि यह एक असंसदीय भाषा में किया गया ट्वीट था, इसके लिए खेद है।
कर्नाटक कांग्रेस (Karnataka Congress) के प्रमुख डीके शिवकुमार (DK Shivkumar) ने विवादास्पद पोस्ट वापस लेते हुए सोमवार की रात स्वीकार किया कि यह राजनीतिक विमर्श में "नागरिक और संसदीय भाषा" के मानकों पर खरा नहीं उतरता है।
शिवकुमार ने ट्वीट किया, "मैंने हमेशा माना है कि राजनीतिक चर्चा के लिए नागरिक और संसदीय भाषा का हमेशा ख्याल रखा जाना चाहिए। कर्नाटक कांग्रेस के आधिकारिक ट्विटर हैंडल के माध्यम से एक नौसिखिए सोशल मीडिया मैनेजर द्वारा किया गया एक असभ्य ट्वीट खेदजनक है और वापस ले लिया गया है।"
कैसे हुई ट्वीट वार की शुरूआत?
दरअसल, कर्नाटक कांग्रेस का एक ट्वीट अधिकारिक पेज सामने आया था। इसमें कहा गया था कि ''कांग्रेस ने स्कूल बनवाए थे, इसके बावजूद मोदी ने पढ़ाई नहीं की। एक वयस्क शिक्षा कार्यक्रम था, लेकिन उन्होंने फिर भी पढ़ाई नहीं की। भीख मांगने पर प्रतिबंध है, जो भीख मांगकर आसान जीवन के आदी हैं, वे नागरिकों को भिखारी बना रहे हैं। देश 'अंगूठाछाप मोदी' की वजह से भुगत रहा है।''
कांग्रेस की ट्वीट के बाद बीजेपी भी पीछे नहीं रही
कांग्रेस ने पीएम मोदी को अंगूठाछाप अनपढ़ कहा तो भाजपा ने पलटवार करते हुए ट्वीट किया.... ''हां हमारे प्रधानमंत्री जी से आपके नेता अलग हैं। प्रधानमंत्री ने किसी और महिला की सिगरेट नहीं फूंकी। बार में डांस नहीं किया। नशीले पदार्थों की तस्करी के मामले में नहीं फंसा। देश के लिए समर्पित जीवन जिया, अपने परिवार के लिए नहीं।"
उपचुनाव के दौरान दोनों दल भूले मर्यादा
कर्नाटक में सिंदगी और हंगल विधानसभा क्षेत्रों के लिए 30 अक्टूबर को उपचुनाव होंगे। जनता दल सेक्युलर (JDS) के एक विधायक और एक भाजपा विधायक के निधन के बाद ये सीटें खाली हुई थीं। इन दोनों सीटों पर सत्तारूढ़ भाजपा (BJP) की पूरी प्रतिष्ठा दांव पर है। वजह यह कि राज्य में बीएस येदियुरप्पा (BS Yediyurappa) के बाद बसवराज बोम्मई (Basavraj Bommai) को मुख्यमंत्री बनाया गया है और येदियुरप्पा के बिना यह पहला चुनाव है। यही नहीं हंगल नए मुख्यमंत्री बोम्मई के निर्वाचन क्षेत्र शिगगांव के ठीक बगल में है। उधर, कांग्रेस इस सीट को किसी तरह से जीतना चाहती है।
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