केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर (Rajeev Chandrasekhar) ने कारगिल विजय दिवस (Kargil Vijay Diwas 2023) के मौके पर कांग्रेस की विचारधारा और थॉट प्रोसेस पर बड़ा सवाल उठाया है।
Rajeev Chandrasekhar. केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कांग्रेस की विचारधारा पर सवालिया निशान लगाते हुए कहा कि कांग्रेस ने यूपीए के पहले कार्यकाल में कारगिल विजय दिवस मनाने से इंकार कर दिया था। तब उन्होंने इसे भाजपा और एनडीए का युद्ध करार दिया था। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि देश के प्रति कांग्रेस की यही विचारधारा है। उस वक्त कांग्रेस के लोगों ने कहा कि कारगिल विजय दिवस मनाने की आवश्यकता नहीं है क्योंकि यह तो एनडीए का युद्ध है।
कारगिल विजय दिवस की 24वीं वर्षगांठ
बुधवार को पूरे देश में कारगिल विजय दिवस की 24वीं वर्षगांठ मनाई गई। 1999 में पाकिस्तान पर विजय के तौर पर हर साल 26 जुलाई को कारगिल विजय दिवस मनाया जाता है। इस मौके पर केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कारगिल युद्ध के शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की और कांग्रेस की विचारधारा को लेकर सवाल खड़े किए। उन्होंने सोशल मीडिया पर अपने वह लेटर भी शेयर किया था, जो उन्होंने सरकार और तत्कालीन रक्षा मंत्री को लिखे थे। उन्होंने रक्षा मंत्री का जवाब भी शेयर किया है।
राजीव चंद्रशेखर ने उठाया था मुद्दा
कांग्रेस ने यूपीए 1 के दौरान साल 2004 से 2009 के बीच कारगिल विजय दिवस नहीं मनाया था। इस संबंध में बीजेपी सांसद राजीव चंद्रशेखर ने 2009 में कांग्रेस सरकार के लेटर लिखा था। उन्होंने तत्कालीन रक्षा मंत्री एके एंटनी के जवाब को भी ट्विटर पर शेयर किया था। राजीव चंद्रशेखर ने 21 जुलाई 2009 को राज्यसभा में यह मुद्दा उठाया था। इसके बाद एके एंटनी ने 2010 में जवाब दिया था कि कारगिल युद्ध में शहीद जवानों को सम्मान देने के लिए इस साल 26 जुलाई 2010 को अमर जवान ज्योति पर श्रद्धांजलि दी जाएगी।
बीपीएल मोबाइल से हमने की बहादुरों की मदद
केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि मैं हमेशा अपने राष्ट्र के प्रति सेना की वर्दी में पुरुषों और महिलाओं की कर्तव्य भावना और प्रतिबद्धता से प्रेरित हुआ हूं। बीपीएल मोबाइल के अध्यक्ष और सीईओ के रूप में मैं और मेरी कंपनी हमारे बहादुरों की मदद करने में पूरी तरह शामिल थे। हमने सेना को फ्रंट और विभिन्न बेस अस्पतालों में उपयोग के लिए सैटेलाइट फोन, ट्रांजिस्टर रेडियो, टीवी, कॉर्डलेस फोन दान किए थे। सैटेलाइट फोन का इस्तेमाल सैनिक अपने परिवार से बात करने के लिए करते थे।
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