भाजपा में जितिन : हेमंत बिस्वा सरमा का कांग्रेस पर तंज;- बर्बाद और दिशाहीन टाइटैनिक का डूबना जारी

भाजपा ने देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस को एक और झटका दिया है। ज्योतिरादित्य सिंधिया के बाद कांग्रेस के बड़े नेता जितिन प्रसाद बुधवार को भाजपा में शामिल हो गए। केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने भाजपा कार्यालय में जितिन प्रसाद को भाजपा की सदस्यता दिलाई। जितिन प्रसाद को केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल अपने साथ भाजपा कार्यालय लेकर पहुंचे। इससे पहले जितिन प्रसाद ने अमित शाह से उनके घर जाकर मुलाकात की थी।

Asianet News Hindi | Published : Jun 9, 2021 7:20 AM IST / Updated: Jun 09 2021, 03:52 PM IST

नई दिल्ली. भाजपा ने देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस को एक और जोर का झटका दिया है। ज्योतिरादित्य सिंधिया के बाद कांग्रेस नेता जितिन प्रसाद आज भाजपा में शामिल हो गए। केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने उन्हें भाजपा की सदस्यता दिलाई। इससे पहले जितिन प्रसाद ने गृह मंत्री अमित शाह के घर पहुंचकर उनसे मुलाकात भी की। जितेंद्र प्रसाद को केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल अपने साथ भाजपा कार्यालय लेकर पहुंचे थे।

सोशल मीडिया पर कांग्रेसी नेता के नाम को लेकर पहले ही चर्चा तेज हो गई थी। जितिन प्रसाद बड़े ब्राह्मण नेता माने जाते हैं और माना जा रहा है कि 2022 में उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा के लिए यह बड़ा दांव होगा। 

जितिन ने भाजपा की तारीफ की
BJP में शामिल होने के बाद जितिन प्रसाद ने पीएम मोदी, बीजेपी चीफ जेपी नड्डा और गृह मंत्री अमित शाह का आभार जताया। जितिन प्रसाद ने कहा कि देशहित में कोई दल है तो BJP है। यह पार्टी विचारधारा पर चलती है जबकि बाकी पार्टी व्यक्ति विशेष के नाम पर चलते हैं।

 


असम के सीएम ने कसा कांग्रेस पर तंज
जितिन के भाजपा में शामिल होने पर असम के सीएम हेमंत बिस्वा सरमा ने कांग्रेस पर तंज कसा है। उन्होंने कहा,  बर्बाद और दिशाहीन टाइटैनिक का डूबना जारी है। जितिन भाजपा परिवार में आपका स्वागत है।
 

 

संजय झा बोले- इसमें भाजपा की गलती नहीं
पूर्व कांग्रेसी नेता संजय झा ने भी इसे लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा, जितिन प्रसाद बीजेपी का फायदा, कांग्रेस का नुकसान है। मैंने उनसे हाल ही में बाद की थी। जितिन एक सज्जन, मिलनसार और उदार हृदय वाले हैं। आप कांग्रेस से असंतुष्ट नेताओं को चुनने के लिए भाजपा को दोष नहीं दे सकते। अगर मैं अमित शाह होता, तो मैं भी यही करता। यही राजनीति है। 

नेतृत्व परिवर्तन की मांग करने वाले नेताओं में शामिल थे जितिन
पिछले साल कांग्रेस के 23 नेताओं ने सोनिया गांधी को पत्र लिखकर नेतृत्व परिवर्तन की मांग की थी। इन नेताओं में गुलाम नबी आजाद, कपिल सिब्बल, मनीष तिवारी, जितिन प्रसाद जैसे नेता भी शामिल थे।

कौन हैं जितिन प्रसाद?
जितिन प्रसाद कांग्रेस के नेता जितेंद्र प्रसाद के बेटे हैं। जितेंद्र प्रसाद राजीव गांधी और पीपी नरसिम्हा राव के राजनीतिक सलाहकार रह चुके हैं। 2000 में जितेंद्र प्रसाद सोनिया गांधी के खिलाफ कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ चुके हैं। हालांकि, वे हार गए थे। जितेंद्र प्रसाद का निधन 2001 में हो गया था। 

पिता के निधन के बाद जितिन प्रसाद 2001 में कांग्रेस यूथ से जुड़े। 2004 में वे शाहजहांपुर से पहली बार लोकसभा पहुंचे थे। वे यूपीए सरकार में केंद्रीय मंत्री बने थे। वे 2009 से धौरहरा सीट से चुनाव जीते। वे पेट्रोलियम और सड़क परिवहन मंत्रालय में बतौर राज्यमंत्री बनाए गए थे। हालांकि, 2014 में वे चुनाव हार गए। प्रसाद इसके बाद कांग्रेस में राजनीतिक हासिए पर आ गए। 

सिंधिया पहले ही हो चुके भाजपा में शामिल
जितिन प्रसाद राहुल गांधी के करीबी माने जाते हैं। लेकिन इससे पहले ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भाजपा का दामन थाम लिया था। इसके बाद भाजपा मध्यप्रदेश में सरकार बनाने में सफल हो पाई थी। वहीं, राजस्थान में सचिन पायलट भी लगातार कांग्रेस से नाराज बताए जा रहे हैं। 

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