Odisha Trains Accident में किसी का सिर कटा तो किसी का कट गया पैर, पढ़ें कोरोमंडल एक्सप्रेस के यात्री की दिल दहला देने वाली आंखों देखी

ओडिशा ट्रेन हादसे (Odisha Trains Accident) के एक चश्मदीद ने बताया कि शव यहां-वहां पड़े थे। किसी का सिर नहीं था तो किसी का हाथ-पैर। हमलोगों ने एक-दूसरे की मदद की।

 

बालासोर। ओडिशा के बहनागा रेलवे स्टेशन के पास शुक्रवार शाम करीब 7 बजे हुए भीषण ट्रेन हादसे (Odisha Trains Accident) में मरने वालों की संख्या 380 हो गई है। यहां कोरोमंडल एक्सप्रेस (Coromandel Train accident), बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस और एक मालगाड़ी के बीच टक्कर हुई। सबसे अधिक हताहत कोरोमंडल एक्सप्रेस में सवार लोग हुए। यह ट्रेन पश्चिम बंगाल के शालीमार और चेन्नई के बीच चलती है।

कोरोमंडल एक्सप्रेस के S5 बोगी में सवार एक यात्री ने घटना की आंखों देखी बताई। यात्री ने कहा, "मैं शालीमार स्टेशन पर ट्रेन में सवार हुआ था। मुझे पहले चेन्नई फिर केरल जाना है। हादसे के वक्त सोया हुआ था। अचानक मेरी नींद खुली। बहुत तेज आवाज हुई थी। मेरी सीट ऊपर थी। ट्रेन पलटी तो मैंने फैन पकड़ लिया। ट्रेन रूकने पर हमलोग बाहर निकले।"

Latest Videos

कोरोमंडल ट्रेन हादसे के चश्मदीद ने कहा-मेरी सीट के नीचे दो साल का बच्चा था, उसे कुछ नहीं हुआ

यात्री ने कहा, "उस वक्त सभी लोग इधर-उधर भाग रहे थे। घायल बचाने की गुहार लगा रहे थे। हमलोगों ने कई लोगों की मदद की। इसी दौरान कैंटिन में आग लगी तो हमलोग भाग गए। किसी का सिर नहीं था तो किसी का हाथ-पैर, सब ऐसे ही पड़े थे। हमलोग खुद निकले। उस वक्त मौके पर कोई (बचावकर्मी) नहीं था। हमलोगों ने एक-दूसरे की मदद की।"

उसने कहा, "हादसा बहुत भयानक था। हमलोग घबरा गए थे। क्या करें, क्या नहीं करें? मेरा तो दिमाग काम नहीं कर रहा था। ट्रेन में दो साल, तीन साल के बच्चे सवार थे। सबसे अच्छी बात है कि ट्रेन में हमारी सीट के नीचे एक दो साल का बच्चा सो रहा था। उसे कुछ भी नहीं हुआ। हमलोगों ने उसके परिवार को बाहर निकाला।"

कैसे हुआ ओडिशा ट्रेन हादसा?

ओडिशा के बालासोर जिले में शुक्रवार की शाम करीब सात बजे भारत में हाल के इतिहास का सबसे भीषण रेल हादसा हुआ। यहां तीन ट्रेनें एक-दूसरे से टकरा गईं, जिससे 280 लोग मारे गए और करीब 900 घायल हुए। टकराने वाली तीन ट्रेनों में दो पैसेंजर और एक मालगाड़ी थी।

बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस, शालीमार-चेन्नई सेंट्रल कोरोमंडल एक्सप्रेस और एक मालगाड़ी की टक्कर हुई है। पश्चिम बंगाल के शालीमार से चेन्नई जा रही शालीमार-चेन्नई सेंट्रल कोरोमंडल एक्सप्रेस बहनागा बाजार स्टेशन से 300 मीटर दूर पटरी से उतर गई। कोरोमंडल एक्सप्रेस (Coromandel Express) एक मालगाड़ी से टकरा गई थी, जिससे कोरोमंडल एक्सप्रेस के डिब्बे तीसरे ट्रैक पर चले गए थे। इसी दौरान बेंगलुरू-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस आ गई। इसने पटरी से उतरे कोरोमंडल एक्सप्रेस के डिब्बों को टक्कर मार दी।

यह भी पढ़ें- ये हैं भारत के 10 बड़े रेल हादसे: 12 साल के इतिहास में 'कोरोमंडल ट्रेन एक्सीडेंट में सबसे ज्यादा मौतें

यह भी पढ़ें- कोरोमंडल ट्रेन हादसा: मैं वाशरूम से बाहर निकली, तो देखा कि ट्रेन के डिब्बे आड़े-टेड़े एक-दूसरे पर चढ़ गए थे, लोग चीख रहे थे

यह भी पढ़ें- 12841 कोरोमंडल एक्सप्रेस एक्सीडेंट-कब और कैसे टकरा गईं तीन ट्रेनें, 10 पॉइंट्स में पढ़िए पूरी कहानी

Read more Articles on
Share this article
click me!

Latest Videos

दिल्ली चुनाव से पहले BJP में शामिल हुए कैलाश गहलोत, AAP के सभी दावों की खोल दी पोल
ब्राजील में संस्कृत मंत्रों के साथ हुआ पीएम मोदी का स्वागत, G20 Summit में होंगे शामिल
बीजेपी की सोच और आदिवासी... राहुल गांधी ने किया बहुत बड़ा दावा #Shorts
क्या है धारावी का वो प्रोजेक्ट जिस पर राहुल गांधी के निशाने पर हैं अडानी और बीजेपी । Dharavi Project
किसी पर नहीं आई झांसी अग्निकांड के जांच की आंच, आखिर क्यों नहीं हुआ अब तक ये एक काम?