कोरोना वायरस के केस भारत में लगातर बढ़ रहे हैं। केंद्र, सरकार और राज्य सरकार इससे निपटने के लिए हर जरूरी कदम उठा रही है। इस क्रम में भारतीय रेलवे ने भी अपनी कमर कस ली है। रेलवे ने कोच फैक्ट्रियों में मास्क और सैनिटाइजर बनाने को कहा गया है।
नई दिल्ली. कोरोना वायरस के केस भारत में लगातर बढ़ रहे हैं। केंद्र, सरकार और राज्य सरकार इससे निपटने के लिए हर जरूरी कदम उठा रही है। इस क्रम में भारतीय रेलवे ने भी अपनी कमर कस ली है। रेलवे ने कोच फैक्ट्रियों में मास्क और सैनिटाइजर बनाने को कहा गया है। इससे देश में जरूरी मेडिकल उपकरणों की कमी ना हो। इसके अलावा रेलवे फ्रैक्ट्रियों में मेडिकल उपकरण बनाए जा सकते हैं, साथ ही कोचों को भी मेडिकल वार्ड में तब्दील किया जा सकता है। रेलवे इसके लिए लगातार विकल्पों को लेकर बैठकें कर रहा है।
रलवे लॉकडाउन की शुरुआत से तैयारियों में जुटा है। इसी के तहत रेलवे ने 14 अप्रैल तक यात्री सेवा को भी बंद कर दिया है। दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के मुताबिक, रेलवे बोर्ड के अधिकारियों ने बताया कि दूसरे विश्व युद्ध के वक्त भी रेलवे के वर्कशॉप में एंबुलेंस, बख्तरबंद गाड़ियां और एयरक्राफ्ट की मरम्मत हुई थी। लॉकडाउन के ऐलान के बाद से ही रेलवे की इन वर्कशॉप में प्रोडक्शन बंद है।
कोच को आइसोलेशन वार्ड भी बनाया जा सकता है
सोशल मीडिया पर इस तरह की मांग उठ रही है कि ट्रेन के कोच में सभी जरूरी सुविधाएं उपलब्ध होती हैं। साथ ही यह किसी भी जगह पहुंच सकती है, ऐसे में इन डिब्बों को आइसोलेशनन वार्ड बनाया जाए। इस पर रेलवे ने कहा, जरूरत पड़ने पर रेलवे कोचों को आइसोलेशन वॉर्ड में भी बदला जा सकता है। इन्हें मोबाइल अस्पताल में पहले ही बदला जा चुका है। एक कोच में 2 से 4 आइसोलेशन वार्ड बनाए जा सकते हैं।
कोरोना से लड़ाई में रेलवे सरकार के साथ
रेलवे ने कहा, कोरोना के खिलाफ लड़ी जा रही इस लड़ाई में वह सरकार के साथ है। इसके लिए रेलवे ने अपनी सभी इकाइयों को अस्पताल के सामान्य बेड, मेडिकल ट्रॉली और अन्य सुविधाओं को स्टैंडबाय में रखने के लिए कहा है। इसके अलावा रेलवे ने बताया कि 23 मार्च को अनाज, नमक, खाद्य तेल, चीनी, दूध, फल और सब्जियां, प्याज, कोयला और पेट्रोलियम उत्पादों के 474 रैक तैयार किए गए।
भारत में क्या है कोरोना की स्थिति?
देश में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या 700 के पार पहुंच गई है। जबकि मरने वालों की संख्या 19 हो गई है। हालांकि कोरोना वायरस से संक्रमित 40 से ज्यादा लोग लोग पूरी तरह स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं। देश में सबसे ज्यादा 137 मामले केरल में हैं।