केंद्र सरकार ने 11 अप्रैल से सभी सरकारी और प्राइवेट दफ्तरों में कोविड-19 टीकाकरण की अनुमति दी है। हालांकि यहां फिलहाल 45 साल से ऊपर के लोगों को ही टीके लगेंगे। वहीं, ऐसे कार्यस्थल पर 100 लोग होने चाहिए। 1 मार्च से सीनियर सिटीजन्स और गंभीर रोग से पीड़ित 45 साल से अधिक उम्र के लोगों के लिए वैक्सीनेशन शुरू किया गया था। केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के अनुसार, भारत में कोरोना वायरस वैक्सीन की 9 करोड़ से ज़्यादा डोज़ लगाई जा चुकी हैं।
नई दिल्ली. कोविड-19 टीकाकरण (Covid-19 Vaccination) की रफ्तार बढ़ाने केंद्र सरकार ने 11 अप्रैल से सभी सरकारी और प्राइवेट दफ्तरों में कोविड-19 टीकाकरण की अनुमति दी है। हालांकि यहां फिलहाल 45 साल से ऊपर के लोगों को ही टीके लगेंगे। वहीं, ऐसे कार्यस्थल पर 100 लोग होने चाहिए। 1 मार्च से सीनियर सिटीजन्स और गंभीर रोग से पीड़ित 45 साल से अधिक उम्र के लोगों के लिए वैक्सीनेशन शुरू किया गया था। केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के अनुसार, भारत में कोरोना वायरस वैक्सीन की 9 करोड़ से ज़्यादा डोज़ लगाई जा चुकी हैं।
जानें यह
देश में कोरोना संकट से निपटने वैक्सीनेशन पर तेजी से काम हो रहा है। दुनिया का सबसे बड़ा वैक्सीनेशन कैम्पेन भारत में चल रहा है। स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से जारी दिशा-निर्देश के मुताबिक, दफ्तरों में वैक्सीन के लिए वे लोग पात्र होंगे, जो 1 जनवरी 1977 से पहले जन्मे हैं। केंद्र सरकार ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों इसकी अनुमति दी हैं। आदेश में कहा गया है कि राज्य सरकार कंपनियों के मैनेजमेंट और कर्मचारियों से सलाह-मशविरा करके कोविड वैक्सीनेशन की प्रक्रिया 11 अप्रैल से शुरू कराए।
आइए जानते हैं इससे जुड़े सवालों के जवाब
8 अप्रैल की सुबह तक 9 करोड़ लोगों का टीकाकरण
पिछले 24 घंटों में 30 लाख से ज्यादा लोगों को टीके की खुराक देने के साथ भारत में अब तक कुल 9 करोड़ से ज्यादा लोगों का टीकाकरण किया गया। प्रतिदिन औसतन 34 लाख से अधिक लोगों को टीका लगाकर भारत विश्व में शीर्ष स्थान पर। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार 8 अप्रैल की सुबह 7 बजे तक मिली प्रारंभिक सूचना के अनुसार 13,77,304 सत्रों में 9,01,98,673 लोगों का टीकाकरण किया जा चुका है। इनमें 89,68,151 स्वास्थ्य कर्मचारियों (एचसीडब्ल्यू) को टीके की पहली खुराक दी गई है और 54,18,084 स्वास्थ्य कर्मचारियों को दूसरी खुराक दी गई है। इसके अलावा 97,67,538 अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ताओं (एफएलडब्ल्यू) को पहली खुराक और 44,11,609 अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ताओं को दूसरी खुराक दी गई है। इसके साथ ही 60 वर्ष से अधिक उम्र के 3,63,32,851 लाभार्थियों को पहली खुराक और 11,39,291 लाभार्थियों को दूसरी खुराक दी गई है। 45 से 60 साल उम्र के 2,36,94,487 लाभार्थियों को पहली खुराक और 4,66,622 लाभार्थियों को दूसरी खुराक दी गई है।