भारत में कोरोना वायरस के 34863 केस सामने आ चुके हैं। हालांकि, इसका 25% से ज्यादा यानी करीब 9059 लोग ठीक हो चुके हैं। 24 हजार से ज्यादा मरीजों का अभी इलाज चल रहा है। अब तक देश में 1154 लोगों की मौत हो चुकी है। कोरोना वायरस के बदलते आंकड़ों को लेकर केंद्र सरकार भी अपनी रणनीति बदल रही है।
नई दिल्ली. भारत में कोरोना वायरस के 34863 केस सामने आ चुके हैं। हालांकि, इसका 25% से ज्यादा यानी करीब 9059 लोग ठीक हो चुके हैं। 24 हजार से ज्यादा मरीजों का अभी इलाज चल रहा है। अब तक देश में 1154 लोगों की मौत हो चुकी है। कोरोना वायरस के बदलते आंकड़ों को लेकर केंद्र सरकार भी अपनी रणनीति बदल रही है। अब हर जिले और राज्य को लेकर अलग राह बनाई जा रही है। केंद्र सरकार ने 3 मई के बाद यानी अगले एक हफ्ते के लिए ग्रीन, ऑरेंज और रेड जोन की लिस्ट तैयार कर ली है।
कोरोना को लेकर स्वास्थ्य मंत्रालय रेड, ग्रीन और ऑरेंज जोन में बांटा जा रहा है और इसी को लेकर रणनीति और ढिलाई जैसे आदेश दिए जा रहे हैं। अब स्वास्थ्य मंत्रालय ने केस की संख्या, डबलिंग रेट और टेस्टिंग के हिसाब से नई लिस्ट तैयार की है।
130 जिले रेड जोन में
केंद्र सरकार की नई लिस्ट के मुताबिक, 319 जिलों को ग्रीन, 284 को ऑरेंज और 130 जिलों को रेड जोन में रखा है। अब किसी भी जिले में अगर 21 दिनों तक कोई केस नहीं आता तो उसे ग्रीन जोन में रखा जाता है। पहले 28 दिन तक केस देखने होते थे।
ये बड़े शहर अब भी रेड जोन में
स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, कोलकाता, हैदराबाद, बेंगलुरु, अहमदाबाद, इंदौर, भोपाल, गुरुग्राम, फरीदाबाद, गौतमबुद्ध नगर, मेरठ, आगरा, सहारनपुर अभी भी रेड जोन में हैं। इसके अलावा महाराष्ट्र के 14, दिल्ली के 11, तमिलनाडु के 12, उत्तर प्रदेश के 19, बंगालल के 10, गुजरात-मध्यप्रदेश के 9-9 और राजस्थान के 8 जिले रेड जोन में शामिल किए गए हैं।
किस राज्य के कितने जिले ग्रीन जोन में
ग्रीन जोन में असम के 30, अरुणाचल-छत्तीसगढ़ के 25-25, मध्य प्रदेश के 24, ओडिशा के 21, उत्तर प्रदेश के 20, उत्तराखंड के 10 जिले हैं। वहीं, ऑरेंज में
उत्तर प्रदेश के 36, बिहार के 20, तमिलनाडु के 24, राजस्थान-मध्यप्रदेश के 19-19, पंजाब के 15, महाराष्ट्र के 16 जिले हैं।