केंद्रीय मंत्री राजीव चन्द्रशेखर ने अंबिकापति के घर से मिले 42 करोड़ रुपए के मामले में कांग्रेस पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के डीएनए में भ्रष्टाचार है।
बेंगलुरु। भ्रष्टाचार को लेकर केंद्रीय मंत्री राजीव चन्द्रशेखर ने कांग्रेस पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी का एकमात्र लक्ष्य और उद्देश्य भ्रष्टाचार है। कर्नाटक में आईटी की छापेमारी के दौरान ठेकेदार आर अंबिकापति के घर से 42 करोड़ रुपए बरामद किए गए। अंबिकापति बृहत बेंगलुरु महानगर पालिका (बीबीएमपी) ठेकेदार संघ के उपाध्यक्ष हैं। उन्होंने तत्कालीन भाजपा सरकार पर सिविल ठेकेदारों से 40% कमीशन मांगने का आरोप लगाया था।
राजीव चन्द्रशेखर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि भ्रष्टाचार कांग्रेस के डीएनए का हिस्सा है। यह उनका लक्ष्य और उद्देश्य है। अंबिकापति ने जुलाई 2022 में कांग्रेस की ओर से 40 फीसदी भ्रष्टाचार को लेकर पीएम को पत्र लिखा था। उन्होंने और उनके ठेकेदारों के समूह ने यह कहानी फैलाई कि भाजपा सरकार में 40 प्रतिशत भ्रष्टाचार है। दुर्भाग्य से कर्नाटक के मतदाता इससे गुमराह हो गए। कल अंबिकापति के घर से 42 करोड़ रुपए मिले।
राजीव चन्द्रशेखर ने राहुल गांधी पर बोला तीखा हमला
राजीव चन्द्रशेखर ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि इंडिया अलायंस का नाम INDI लूटो यात्रा रखा जाना चाहिए। राजीव चन्द्रशेखर ने कहा, "उनके नेता जो भारत जोड़ो की बात करते हैं और यूपीए का नाम बदलकर इंडिया कर दिया है, उन्हें इसका नाम बदलकर 'भारत लूटो यात्रा' कर देना चाहिए। इसका सबूत हमें अंबिकापति के घर से मिला। हमने (बीजेपी) ने कहा था कि कांग्रेस कर्नाटक में सत्ता में आती है तो वह इस राज्य को अपने लिए एटीएम बना लेगी। आज कर्नाटक में भ्रष्टाचार से जुटाए गए पैसे का इस्तेमाल तेलंगाना और एमपी के चुनाव में किया जा रहा है। यह कर्नाटक के लोगों के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है।"
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि अंबिकापति के घर से मिला पैसा आइसबर्ग के दिखने वाले हिस्से की तरह है। बहुत कुछ अभी भी छिपा हुआ है। आने वाले दिनों में बहुत से लोगों के पोल खुलेंगे। कांग्रेस के भ्रष्टाचार का एक और उदाहरण सामने आया है। कर्नाटक के प्रसिद्ध सरोद वादक पंडित तारा नाथ को दशहरा पर आयोजित कार्यक्रम में परफॉर्म करने के लिए आमंत्रित किया गया था। सरकारी अधिकारी उनके घर गए और कहा कि हम आपको अतिरिक्त पैसा देंगे, लेकिन बढ़ा हुआ पैसा आपको हमारे मंत्रियों को देना होगा।