चाहे नागरिकता संशोधन कानून यानी CAA(Citizenship Amendment Act, 2019) के दौरान प्रदर्शन का मामला हो या 1990 में कश्मीर घाटी में हुए कश्मीरी पंडितों के नरसंहार पर बनी फिल्म The Kashmir Files को लेकर विवादास्पद बयान देना, जर्नलिस्ट राणा अयूब(Rana Ayyub) सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय रहती हैं। वे फिर सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रही हैं। वजह, उन्हें लंदन जाने की कोर्ट ने अनुमति दे दी है। जानिए पूरा मामला...
नई दिल्ली. मनी लॉन्ड्रिंग मामले में फंसीं विवादास्पद जर्नलिस्ट जर्नलिस्ट राणा अयूब(Rana Ayyub) एक बार फिर सोशल मीडिया पर ट्रेंड में हैं। उन्हें दिल्ली हाईकोर्ट ने लंदन जाने की अनुमति दे दी है। बता दें कि चाहे नागरिकता संशोधन कानून यानी CAA(Citizenship Amendment Act, 2019) के दौरान प्रदर्शन का मामला हो या हाल में 1990 में कश्मीर घाटी में हुए कश्मीरी पंडितों के नरसंहार पर बनी फिल्म The Kashmir Files की बात, राणा अयूब विवाद को हवा देती रही हैं।
पत्रकारों और आलोचकों को निशाना बनाना बंद करो
लंदन जाने की अनुमति मिलने के बाद राणा अयूब ने tweet किया-एकजुटता और पूर्ण समर्थन। पत्रकारिता कोई अपराध नहीं है। पत्रकार देश के दुश्मन नहीं होते। देश में पत्रकारों और आलोचकों को लगातार निशाना बनाना बंद करो। वहीं, IPI-The Global Network for Independent Journalism ने लिखा- #भारत: हम #LetRanaFly के अदालत के फैसले की सराहना करते हैं और हम दुनिया भर के सहयोगियों के साथ यह मांग करने के लिए खड़े हैं कि भारतीय सरकार पत्रकार का उत्पीड़न बंद न करे।
यह है मनी लॉन्ड्रिंग का मामला
हालांकि दिल्ली हाईकोर्ट (Delhi High Court) ने राणा अयूब को कुछ शर्तों के साथ विदेश जाने की परमिशन दी है। राणा अयूब को पिछले हफ्ते मुंबई एयरपोर्ट पर प्रवर्तन निदेशालय(ED) ने लंदन रवाना होने से पहले रोक लिया था। इसके खिलाफ उन्होंने दिल्ली हाईकोर्ट की शरण ली थी। ईडी ने कहा था कि राणा अयूब के खिलाफ गंभीर आरोप हैं। जबकि राणा की वकील वृंदा ग्रोवर ने तर्क दिया कि उनके बैंक खातों की राशि जब्त कर ली गई है। यह दुर्भावना से प्रेरित है। वहीं, 1 फरवरी के बाद से ईडी ने उन्हें कोई सम्मन जारी नहीं किया है। बता दें कि फरवरी में प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) ने मनी लॉन्ड्रिंग (Money Laundering) मामले में वाशिंगटन पोस्ट की स्तंभकार राणा अय्यूब के 1.77 करोड़ रुपए कुर्क (Attached) कर लिए थे। उन पर आरोप है कि कथित तौर पर तीन अभियानों के लिए दान में मिले पैसे के कुछ हिस्सों का इस्तेमाल निजी खर्चों के लिए किया था। राणा अय्यूब शुरू से ही विवादों में रही हैं। वे पहले तहलका पत्रिका में पत्रकार थीं। तहलका के संपादक तरुण तेजपाल पर यौन शोषण के आरोप लगने के बाद अय्यूब ने इस्तीफा दे दिया था।
हाल में The Kashmir Files को लेकर दिया था कमेंट
फिल्म The Kashmir Files को लेकर जर्नलिस्ट राणा अयूब(Rana Ayyub) ने वाशिंगटन पोस्ट में एक विवादास्पद आर्टिकल लिखा था। इसमें उन्होंने लिखा-मैंने दो बार #KashmirFiles देखने की कोशिश की। दूसरी बार मैंने 30 मिनट में सबसे खराब मुस्लिम विरोधी गालियां सुनने के बाद थिएटर छोड़ दिया। जब मैंने विरोध किया तो मुझे पाकिस्तान जाने के लिए कहा गया।