मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर संजय पांडेय (Sanjay Pandey) को दिल्ली की एक कोर्ट ने 9 दिन के लिए ईडी की हिरासत में भेजा है। उनसे फोन टैपिंग केस में पूछताछ की जाएगी।
नई दिल्ली। दिल्ली की एक कोर्ट ने मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर संजय पांडेय (Sanjay Pandey) को फोन टैपिंग केस में 9 दिन के लिए ईडी (Enforcement Directorate) की हिरासत में भेजा है। ईडी के अधिकारी उनसे फोन टैपिंग, मनी लॉन्ड्रिंग और स्टॉक एक्सचेंज के कर्मचारियों की जासूसी के मामलों में पूछताछ करेंगे।
ईडी ने कोर्ट से गुहार लगाई थी कि उसे अन्य आरोपियों और संजय पांडेय को आमने-सामने बैठाकर पूछताछ करने की जरूरत है। इसके बाद स्पेशल जज सुनेना शर्मा ने ईडी को संजय पांडेय से पूछताछ करने की अनुमति दी। ईडी की ओर से कोर्ट में अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल एसवी राजू उपस्थित हुए।
फोन टैप करने के लिए मिले 454 करोड़
एसवी राजू ने पूछताछ के लिए संजय पांडेय को 14 दिन की हिरासत में देने की मांग की। उन्होंने कहा कि संजय पांडेय ने एमटीएनएल के कई फोन टैप करने का गैरकानूनी काम किया। इसके लिए उन्हें 454 करोड़ रुपए मिले। वहीं, पांडेय ने कोर्ट में कहा कि उन्होंने कभी कोई फोन टैपिंग या लाइव मॉनिटरिंग नहीं की। ईडी ने संजय पांडेय को फोन टैपिंग केस में मंगलवार को गिरफ्तार किया था।
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चित्रा रामकृष्णन को ईडी ने किया था गिरफ्तार
ईडी ने पहले एनएसई की पूर्व एमडी चित्रा रामकृष्णन से पूछताछ करने के बाद 14 जुलाई को उन्हें गिरफ्तार किया था। कोर्ट ने ईडी को चित्रा रामकृष्णन से पूछताछ की अनुमति दी थी। जज ने ईडी की याचिका पर आरोपी के खिलाफ पेशी वारंट जारी किया था। इसके बाद ईडी ने रामकृष्णन को सहयोग नहीं करने का आरोप लगाकर गिरफ्तार किया था और उसे अदालत में पेश किया था। ईडी ने कोर्ट से आग्रह किया था कि पूछताछ के लिए रामकृष्णन को नौ दिन की हिरासत में दिया जाए। कोर्ट ने रामकृष्णन को ईडी की चार दिन की हिरासत में दिया था। रामकृष्णन को सीबीआई ने एक अलग मामले में गिरफ्तार किया था। वह फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं।
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