Covaxin : कोरोना वैक्सीन के लिए एम्स को चाहिए थे 100 लोग; कुछ ही घंटे में पहुंच गए 1000

एम्स की एथिक्स कमेटी ने कोरोना वायरस की वैक्सीन Covaxin का ह्यूमन ट्रायल करने की अनुमति दे दी है। मंजूरी मिलने के बाद एम्स ने ह्यूमन ट्रायल के लिए वालंटियर्स बनने की अपील की थी। लेकिन ह्यूमन ट्रायल में शामिल होने के लिए वालंटियर्स में होड़ लग गई।

Asianet News Hindi | Published : Jul 20, 2020 6:36 AM IST

नई दिल्ली. एम्स की एथिक्स कमेटी ने कोरोना वायरस की वैक्सीन Covaxin का ह्यूमन ट्रायल करने की अनुमति दे दी है। मंजूरी मिलने के बाद एम्स ने ह्यूमन ट्रायल के लिए वालंटियर्स बनने की अपील की थी। लेकिन ह्यूमन ट्रायल में शामिल होने के लिए वालंटियर्स में होड़ लग गई। जबकि ट्रायल के इस चरण में सिर्फ 100 लोगों पर ट्रायल हो सकता है। माना जा रहा है कि जल्द ही ट्रायल शुरू हो सकता है। 

एम्स में कोरोना वैक्सीन के प्रोजेक्ट से जुड़े कम्युनिटी मेडिसिन के प्रोफेसर संजय राय ने कहा, ट्रायल के लिए वालंटियर्स बनने के लिए फोन नंबर जारी किया गया था। इस नंबर पर लगातार कॉल आ रही हैं। उन्होंने कहा, लोगों का यह उत्साह हमारे लिए किसी जोश से कम नहीं है। उन्होंने कहा, लोग ईमेल और व्हॉट्सऐप के जरिए भी संपर्क कर रहे हैं। 

ट्रायल के लिए बनी टीम की आज बैठक 
सोमवार यानी आज से ट्रायल के लिए बनाई गई टीम की बैठक होगी। इसमें आगे की रणनीति पर काम होगा। पहले वालंटियर्स की लिस्ट तैयार होगी। इसके बाद एक एक कर सैंपल के लिए बुलाया जाएगा। सभी वालंटियर्स की कोरोना जांच होगी, ब्लड सैंपल लिए जाएंगे। सही रिपोर्ट आने के बाद ट्रायल में शामिल किया जाएगा। डॉ संजय राय ने कहा, हमारी कोशिश है कि ट्रायल 2-3 दिन में शुरू हो जाए। 

रिजल्ट आने में लगेगा वक्त
डॉक्टर संजय ने कहा, ट्रायल के रिजल्ट आने में वक्त लग सकता है। आईसीएमआर और बायोटेक द्वारा बनाई गई इस वैक्सीन की दो डोज दी जाएंगी। यानी हर वालंटियर को दो बार कोरोना की वैक्सीन दी जाएगी। इसके बीच में 14 दिन का गैप भी होगा। इसके बाद ही ह्यूमन ट्रायल के पहले चरण का नतीजा मिल पाएगा। 

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