केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा है कि ऐसे इलाकों की पहचान करें, जहां मामले बढ़ रहे हैं। वहां जिला स्तर पर पाबंदियां लगाई जाएं। इनमें नाइट कर्फ्यू, ज्यादा लोगों के इकट्ठा होने या मेलजोल पर रोक, समारोहों, शादी और अंतिम संस्कार में लोगों की तादाद कम करें।
नई दिल्ली। ओमीक्रोन (Omicron) की दहशत के बीच केंद्र ने सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को चिट्टी लिखकर पाबंदी और निगरानी बढ़ाने को कहा है। केंद्र की तरफ से राज्यों को भेजे गए पत्र में 10 राज्यों के 27 जिलों में बढ़ते कोरोना केस पर चिंता जताई गई है। केंद्र ने कहा है कि इन जिलों में हालात को काबू करने और एहतियात बरतने के लिए नाइट कर्फ्यू लगाया जा सकताहै। केरल, मिजोरम और सक्किम के 8 जिलों में दो हफ्तों में वायरस का इन्फेक्शन रेट 10% से ज्यादा रहा है। ये हैं। इन पर अधिक निगरानी रखने को कहा गया है।
इस पत्र में केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा है कि ऐसे इलाकों की पहचान कर वहां जिला स्तर पर पाबंदियां लगाई जाएं। इनमें नाइट कर्फ्यू, ज्यादा लोगों के इकट्ठा होने या मेलजोल पर रोक, समारोहों, शादी और अंतिम संस्कार में लोगों की तादाद कम करना शामिल हैं। जिन जिलों के अस्पतालों में कोविड बेड या ICU 60% भरे हों, वहां भी ऐसी पाबंदियां लगाई जाएं। अरुणाचल प्रदेश, पुडुचेरी, मणिपुर, पश्चिम बंगाल और नगालैंड के 19 जिलों में भी कोरोना का पॉजिटिविटी रेट दो हफ्तों में 5 से 10% के बीच रहा है। राज्यों से कहा गया है कि अगर किसी जिले में मामलों की संख्या बढ़ती है, तो कंटेनमेंट जोन के मुताबिक, स्थानीय स्तर पर उन्हें कंट्रोल करने की शुरुआत की जानी चाहिए। कैबिनेट सेक्रेटरी ने भी कोरोना के हालात की समीक्षा की है।
मुंबई और यूपी में धारा 144, मदुरै में भी सख्ती
ओमीक्रोन के नए मामलों के चलते मुंबई में धारा 144 लगा दी गई है। सोमवार तक वहां रैली, मोर्चे और जुलूस जैसे जमावड़े पर रोक रहेगी। महाराष्ट्र में ओमीक्रोन के 17 केस आ चुके हैं। तमिलनाडु के मदुरै जिले में सोमवार से उन लोगों की आवाजाही पर पाबंदी होगी, जिन्हें टीका नहीं लगा है। इन लोगों को दुकान-मॉल, थिएटर, मैरिज हॉल, बैंक या दफ्तर जैसे पब्लिक प्लेस में एंट्री नहीं मिलेगी।
दिल्ली में शनिवार को एक और पॉजिटिव मिला
दिल्ली में शनिवार को ओमीक्रोन का एक और केस मिला है। वह जिम्बाब्वे से आया था। इसके बाद देश में अब तक ओमीक्रोन से संक्रमित मरीजों की संख्या 33 हो गई है। डब्ल्यूएचओ ने इसे वैरिएंट ऑफ कंसर्न बताया है। इसके चलते सरकार ने RT-PCR जांच बढ़ाने को कहा है।
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