एम्स में 300 बेड और 14 ओटी बनकर तैयार हो गए हैं। इसका लोकार्पण सात दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे। इसकी तैयारियां भी एम्स में जोर-शोर से चल रही हैं। एम्स की कार्यकारी निदेशक डॉ. सुरेखा किशोर (Dr. Surekha Kishore) ने बताया कि एम्स में ऑक्सीजन की कोई किल्लत नहीं होने पाएगी।
नई दिल्ली। ओमीक्रोन (Omicron) को लेकर पूरे देश में दहशत और हाईअलर्ट है। हालांकि, हेल्थ एक्सपर्ट्स यह मानते हैं कि कोरोना वायरस (Corona Virus) का नया वेरिएंट ओमीक्रोन अधिक घातक नहीं है लेकिन तीसरी लहर (third wave) के संभावित खतरे के लिए तैयार रहने की चेतावनी दे रहे। तीसरी लहर को देखते हुए एम्स कोविड टॉस्क फोर्स (AIIMS Covid task force) सक्रिय हो गया है। एम्स (AIIMS) में संभावित तीसरी लहर से निपटने के लिए 100 बेड के लेवल-टू और थ्री के अस्पताल बनाए जाएंगे। इसमें वेंटिलेटर से लेकर अन्य जरूरी सुविधाएं मौजूद रहेंगी। जबकि 300 बेड और 14 ओटी वाले एक अस्पताल का लोकार्पण 7 दिसंबर को पीएम मोदी (PM Modi) करेंगे।
एम्स में दो ऑक्सीजन प्लांट करने लगे काम
एम्स में 300 बेड और 14 ओटी बनकर तैयार हो गए हैं। इसका लोकार्पण सात दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे। इसकी तैयारियां भी एम्स में जोर-शोर से चल रही हैं। एम्स की कार्यकारी निदेशक डॉ. सुरेखा किशोर (Dr. Surekha Kishore) ने बताया कि एम्स में ऑक्सीजन की कोई किल्लत नहीं होने पाएगी। एम्स में दो तरह के ऑक्सीजन प्लांट (Oxygen plant) लगाए गए हैं, जो काम करना शुरू कर चुके हैं। एम्स प्रशासन ने फैसला लिया है कि संभावित तीसरी लहर से निपटने के लिए 100 बेड के लेवल-टू और थ्री के अस्पताल बनाए जाएंगे। इसमें वेंटिलेटर से लेकर अन्य जरूरी सुविधाएं मौजूद रहेंगी।
डॉक्टर्स और नर्सिंग स्टॉफ को किया अलर्ट
एम्स के कोविड टास्क फोर्स के प्रमुख डॉ नवनीत विग (Dr. Navneet Vig) ने डॉक्टरों के साथ साथ नर्सिंग स्टॉफ को भी मुस्तैद रहने की सलाह दी है। इसके लिए दो तरह की कमेटियों के गठन का प्रस्ताव है। डॉ नवनीत ने सभी विभागों को नोडल अधिकारी नियुक्त करने की सलाह दी है।
फिर सक्रिय होंगी विभाग संक्रमण नियंत्रण समितियां
एम्स टॉस्क फोर्स ने समस्त विभागों को अपने संबंधित विभाग संक्रमण नियंत्रण समितियों (डीआईसीसी) को फिर से सक्रिय करने को कहा है, जिसमें संकाय के सदस्य, निवासी, नर्सिंग अधिकारी, तकनीकी अधिकारी, अस्पताल परिचारक, स्वच्छता परिचारक और साथ ही कोई भी शामिल हो।
नर्सिंग स्टॉफ के लिए प्रोटोकॉल
एम्स के नर्सिंग स्टॉफ के लिए प्रोटोकॉल जारी किया गया है। यहां नर्सिंग स्टाफ को इस बात की हिदायत दी गयी है कि वार्डों, ओपीडी और प्रशासनिक क्षेत्रों में मास्क पहनने, सामाजिक दूरी, हाथ की स्वच्छता और अन्य COVID-19 उचित व्यवहार को सुदृढ़ करें। वार्डों में परिचारकों (Attendant) की न्यूनतम संख्या सुनिश्चित करें साथ ही कर्मचारियों की स्क्रीनिंग और उन्हें COVID-19 परीक्षण सुविधा (PRC) की ओर निर्देशित करें।
विभाग में हो आरटी-पीसीआर
यदि किसी विभाग के अंदर किसी भी तरह का संक्रमण का संकेत पाया जाता है तो बिना देरी के आरटी पीसीआर टेस्ट किया जाए। यदि जरूरत पड़े तो अस्पताल संक्रमण नियंत्रण समिति (एचआईसीसी), अस्पताल प्रशासन और अन्य के साथ संपर्क स्थापित करें।
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