भारत कोरोना वायरस की दूसरी लहर से जूझ रहा है। हालांकि, पिछले दिनों से कोरोना के केसों में कमी आई है। इसे देखते हुए अब राज्यों ने राहत देने का मन बना लिया है। इसी की शुरुआत करते हुए गुजरात सरकार ने 36 शहरों में नाइट कर्फ्यू का समय कम करने का फैसला किया है।
नई दिल्ली/गांधीनगर. भारत कोरोना वायरस की दूसरी लहर से जूझ रहा है। हालांकि, पिछले दिनों से कोरोना के केसों में कमी आई है। इसे देखते हुए अब राज्यों ने राहत देने का मन बना लिया है। इसी की शुरुआत करते हुए गुजरात सरकार ने 36 शहरों में नाइट कर्फ्यू का समय कम करने का फैसला किया है।
अभी गुजरात में रात 8 बजे से सुबह 6 बजे तक नाइट कर्फ्यू था। लेकिन अब राज्य के 36 शहरों में रात 9 बजे से सुबह 6 बजे तक नाइट कर्फ्यू लागू रहेगा। गुजरात में सूरत, अहमदाबाद, वड़ोदरा, राजकोट समेत 36 शहरों में लॉकडाउन है।
कम हुए केस
गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने कहा, गुजरात में कोरोना के केस कम हुए हैं। 30 अप्रैल को राज्य में सबसे ज्यादा 14600 केस मिले थे, जबकि अब यह 3200 तक आ गए हैं। इसलिए हमने नाइट कर्फ्यू में कुछ राहत देने का फैसला किया है। अब नाइट कर्फ्यू 9 बजे से सुबह 6 बजे तक रहेगा। गुरुवार को नोटिफिकेशन जारी किया जाएगा।
दिल्ली में ब्लैक फंगस के 620 केस मिले
उधर, दिल्ली में कोरोना से राहत मिलती नजर आ रही है, लेकिन यहां ब्लैक फंगस नई समस्या बनती जा रही है। राजधानी में ब्लैक फंगस के अब तक 600 से ज्यादा केस मिल चुके हैं। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि इस बीमारी पर काबू नहीं पाया जा पा रहा है, इसकी प्रमुख वजह इंजेक्शन की कमी है। उन्होंने कहा, दिल्ली में ब्लैक फंगस के 620 केस मिले हैं। लेकिन यहां एम्पोटेरिसीन बी इंजेक्शन की कमी है।
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा, 23 मई को अकेले 200 केस सामने आए थे। वहीं, अब तक 600 से ज्यादा केस सामने आ चुके हैं। इसमें दिल्ली और उसके बाहर के लोग शामिल हैं।
देश में वैक्सीन की कमी
केजरीवाल ने कहा, दिल्ली में युवाओं की वैक्सीन खत्म हो गई है और उनके वैक्सीन सेंटर पिछले 4 दिनों से बंद हैं। बुजुर्गों की कोवैक्सीन भी खत्म हो गई है। हमने केंद्र सरकार को लिखा है लेकिन अभी तक वैक्सीन आई नहीं है।
उन्होंने कहा, महामारी के दौर में देशभर में कई टीका केंद्र बंद हो गए हैं। देश में वैक्सीन की जबर्दस्त किल्लत है। अगर देश के लोगों को सही समय पर वैक्सीन लगा दी जाती तो शायद दूसरी वेव के प्रकोप को काफी कम किया जा सकता था।
दिल्ली में लगेगी स्पुतनिक वी
केजरीवाल ने कहा कि उनकी बात स्पुतनिक वैक्सीन बनाने वाली कंपनियों से चल रही है। वे रूसी वैक्सीन देने के लिए तैयार हैं। हालांकि, उन्होंने कहा, कितनी मात्रा मिलेगी, यह अभी तय होना बाकी है।