गौ तस्करी के मामले में CBI द्वारा अरेस्ट TMC लीडर अनुब्रत मंडल से पूछताछ में कई चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। जांच से पता चलता है कि कैसे पश्चिम बंगाल के जरिये गायों को बांग्लादेश की सीमा के पार पहुंचाया जाता रहा है। इस तस्करी में नेता-अफसर, पुलिस सबकी सांठगांठ रही है।
पश्चिम बंगाल. मवेशी तस्करी मामले में गिरफ्तार तृणमूल कांग्रेस नेता अनुब्रत मंडल(Anubrata Mondal) को आज(24 अगस्त) आसनसोल कोर्ट में पेश किया जाएगा। कोलकाता के निजाम पैलेस स्थित CBI दफ्तर से अनुब्रत मंडल को आसनसोल कोर्ट ले जाया गया। सीबीआई के मुताबिक 2015 से 2017 के दौरान बीएसएफ ने 20,000 पशुओं के सिर बरामद किए थे। इनकी सीमा पार तस्करी होनी थी। इस मामले में मंडल का बॉडीगार्ड हुसैन पहले ही गिरफ्तार हो चुका है। सीबीआई इस मामले की तहकीकात कर रही है। इस बीच पुरुलिया में दूध के टैंकर में गायों की तस्करी का खुलासा हुआ है। भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारी ने कुछ ऐसे वीडियो tweet किए हैं, जिनमें दिखाया गया है कि कैसे क्रेन से लिफ्ट करके सीमा पार बांग्लादेश में गायों को भेजा जाता है।
और ये चौंकाने वाली बात
अनुब्रत मंडल के बाद अब सीबीआई की नजर उनके करीबियों पर है। रविवार को सीबीआई की टीम ने बोलपुर में उनकी बेटी सुकन्या मंडल के करीबी विद्यातवरण गायन के घर पर छापा मारा था। गायन नदारद हैं। इधर, आसनसोल (Asansol) की सीबीआई (CBI) अदालत में एक विशेष न्यायाधीश (special judge) ने आरोप लगाया कि अनुब्रत मंडल (TMC leader Anubrata Mondal) को जमानत नहीं देने पर उनके परिवार के सदस्यों के खिलाफ झूठे एनडीपीएस (NDPS) मामले की धमकी दी गई है। न्यायाधीश राजेश चक्रवर्ती (Rajesh Chakraborty) ने आरोप लगाया कि उन्हें किसी बप्पा चटर्जी ( Bappa Chatterjee ) के एक पत्र के माध्यम से धमकी मिली है।
ऐसे होती है गायों की तस्करी
भारत और बांग्लादेश के बीच करीब 2,216 किलोमीटर लंबी-चौड़ी सीमा है। यह वो लाइन है, जहां से गौ-तस्करी आसानी से होती है। यह बांग्लादेश की इकोनॉमी का एक बड़ा जरिया है। सीबीआई (CBI) पहले भी कई चौंकाने वाले खुलासे करती आई है कि भारत से बड़ी संख्या में गौवंश की खेप बांग्लादेश सीमा के जरिए बाहर भेजी जाती रही है। इस तस्करी में सीमा सुरक्षा विभाग (BSF) और कस्टम वालों की भूमिका भी अकसर शक के दायरे में आती रही है। भारत से बांग्लादेश का तस्करों के कई बड़े ग्रुप हैं। इनसे नेता और अफसर तक जुड़े हैं। सीबीआई इसी सिंडिकेट को तोड़ने में लगी है।
सीमावर्ती क्षेत्र मालदा-मुर्शिदाबाद के कच्चे रास्तों से गायों की तस्करी आसानी से होती रही है। हालांकि पिछले कुछ समय से सख्ती के चलते तस्करों में हड़कंप है। इससे पहले महज 5-7 प्रतिशत ही तस्करों को बीएसएफ पकड़ पाते रहे हैं। चूंकि पूरे बॉर्डर को बाड़ से नहीं घेरा जा सकता है, इसलिए तस्कर इसका फायदा उठाते हैं। पहले की जांचों में TMC नेता विनय मिश्रा का नाम सामने आया था, जब सितंबर 2020 में सीबीआई ने गो तस्करी के सरगना एनामुल हक के कोलकाता स्थित घर तथा ऑफिस पर छापा मारा था। यहां से मिले डॉक्यूमेंट्स में विनय मिश्रा के नाम का उल्लेख था।
यूपी और हरियाणा की गायों की अधिक डिमांड
तस्करों में ऊंची नस्ल और ऊंची कद की गायों की कीमत अधिक होती है। हरियाणा और यूपी की गायों की नस्लें ऊंची कीमत पर बिकती हैं। बंगाल में गायों की नस्ल उतनी अच्छी नहीं है। ईद पर इनकी बिक्री बढ़ जाती है। बांग्लादेश की मुस्लिम आबादी बीफ खाती है। गायों को सीमा पार ले जाने के लिए बच्चों और महिलाओं को भी इस्तेमाल किया जाता है। इन पर आसानी से शक नहीं होता। भारत में गोमांस पर बैन लगा हुआ है। लेकिन पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों में धड़ल्ले से यह चल रहा है। बांग्लादेश में भारत से पहुंची गायों की अच्छी नस्लें दूसरे देशों में बेच दी जाती हैं। इससे देश की इकोनॉमी चलती है। चमड़ा उद्योग में भी इनका जीडीपी में बड़ा योगदान है।
अनुब्रत मंडल ने किया बड़ा खुलासा
अनुब्रत मंडल से पूछताछ के दौरान CBI को पता चला कि रात के अंधेरे में झारखंड से बांग्लादेश तक मवेशियों की तस्करी बंगाल के बीरभूम जिले के रामपुरहाट समेत अन्य कई पशु बाजारों के बड़ी संख्या में होती आई है। गायों के झुंड को मवेशी बाजार में लाया जाता है। यहां से इन्हें मालदाह, मुर्शिदाबाद, उत्तर 24 परगना की सीमाओं के माध्यम से बांग्लादेश भेज दिया जाता है।
पुरुलिया में फिर पकड़े गौ तस्कर
अनुब्रत मंडल की गिरफ्तारी के बाद भी गौ तस्कर डरे नहीं है। मंगलवार सुबह पुरुलिया में एक दूध की गाड़ी पलट गई। इसमें दूध के बजाय गायों को भरकर ले जाया जा रहा था। गाड़ पलटने से कई गायों की मौत हो गई। बीजेपी ने इस मामले को गौ तस्करी की नई रणनीति करार दिया है। वहीं, सरकार कहना है कि मामले की जांच की जा रही है। भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारी ने एक वीडियो tweet किया है।
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बंगाल में राजनीति गहराई
तृणमूल कांग्रेस की महिला इकाई सीबीआई और ईडी की कार्रवाइयों के विरोध में सड़कों पर उतर रही है। महिला तृणमूल कार्यकर्ता और समर्थक गुरुवार को कोलकाता के बिड़ला तारामंडल से मेयो रोड स्थित गांधी प्रतिमा तक मार्च करेंगे। उधर, गाय तस्करी मामले में अनुब्रत मंडल की गिरफ्तारी के बाद तृणमूल के छात्र और युवा संगठन केंद्रीय जांच एजेंसियों से निष्पक्ष जांच की मांग को लेकर सड़कों पर उतर आए हैं। इस पर बुधवार को मॉर्निंग वॉक से लौटते हुए बीजेपी सांसद दिलीप ने कहा कि 'ममता बनर्जी बंगाल में तालिबानी राज सरकार चला रही हैं।
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