दिल्ली में सीडब्ल्यूसी की मीटिंग में इस समय नेता प्रतिपक्ष के चुनाव को लेकर मंथन चल रहा है। हालांकि सांसदों का कहना है कि राहुल गांधी ही नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी संभालें।
नेशनल डेस्क। 9 जून को पीएम मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने जा रहे हैं। वहीं दिल्ली में नेता प्रतिपक्ष के चुनाव को लेकर मंथन तेज हो गया है। दिल्ली में कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक शुरू हो गई है। इस दौरान मांग उठ रही है कि नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी राहुल गांधी उठाएं। इस दौरान सांसदों ने मीटिंग में नेता प्रतिपक्ष पद के लिए राहुल गांधी का नाम उठाया।
कांग्रेस के कई बड़े नेता मीटिंग में
लोकसभा चुनाव के बाद अब दिल्ली में कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक हो रही है। इस बैठक में सभी नव निर्वाचित सांसदों के शामिल होने के साथ ही कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे, प्रियंका गांधी, राहुल गांधी आदि शामिल हैं।
पढ़ें बेंगलुरु कोर्ट ने डिफेमेशन केस में राहुल गांधी को दी बेल, BJP ने दर्ज कराया था मामला
नेता प्रतिपक्ष के लिए दल का 55 सीटें जीतना जरूरी
इस बार बड़ी विपक्षी पार्टी होने के नाते कांग्रेस नेता को अधिकारिक तौर पर नेता प्रतिपक्ष का दर्जा मिल सकता है। नियमत:नेता प्रतिपक्ष का दर्जा मिलने के लिए विपक्षी पार्टी के पास कम से कम कुल सीटों की 10 फीसदी सीट होने की जरूरत होती है। यानी नेता प्रतिपक्ष बनने के लिए दल के पास 55 सीटों का होना आवश्यक रहता है जबकि कांग्रेस ने इस बार कुल 99 सीटें जीती हैं। ऐसे में नेता प्रतिपक्ष की भूमिका तय हो सकती है।
कांग्रेस नेताओं की ये मांग
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद प्रमोद तिवारी ने चुनाव परिणाम क बाद सीडब्ल्यूसी की बैठक में कहा कि सदन में नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी काफी अहम होती है। ऐसे में राहुल गांधी को ये जिम्मेदारी उठानी चाहिए। बैठक के दिल्ली पहुंचे सांसद कुरियाकोस ने भी राहुल गांधी के ही नेता प्रतिपक्ष बनने की उम्मीद जताई है।