
Cyclone Montha: बंगाल की खाड़ी से उठा चक्रवाती तूफान मोंथा मंगलवार शाम करीब 7 बजे आंध्र प्रदेश के तट से टकराया। इसके कारण इलाके में करीब 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलीं और ताबड़तोड़ बारिश भी हुई। मौसम विभाग के अनुसार, बुधवार सुबह तक तूफान ओडिशा के तटीय इलाकों तक पहुंच सकता है। तूफान के असर से आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, ओडिशा और पश्चिम बंगाल में समुद्र में ऊंची लहरें उठीं और लगातार तेज बारिश और तूफानी हवाएं चलती रहेंगी।
चक्रवात मोंथा मंगलवार रात पूर्वी तट से टकराया। यह आंध्र प्रदेश के मछलीपट्टनम और कलिंगपट्टनम के बीच काकीनाडा के पास पहुंचा। इस दौरान 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलीं और भारी बारिश हुई। तूफान की वजह से कई जगहों पर पेड़ और बिजली के तार गिर गए, जिससे कई शहरों में नुकसान हुआ और समुद्र में 10 फीट ऊंची लहरें उठीं। मौसम विभाग ने बताया है कि अगले छह घंटों में यह तूफान कमजोर होकर सामान्य चक्रवात में बदल जाएगा। विओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने बताया कि अब तक 11,396 लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया है। राहत और बचाव कार्यों के लिए ओडिशा डिजास्टर रैपिड एक्शन फोर्स की 30 टीमें और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल की 5 टीमें तैनात की गई हैं।
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दिल्ली, यूपी, हरियाणा और पंजाब में इन दिनों मौसम बदल गया है और हल्की ठंड बढ़ गई है। मौसम विभाग का कहना है कि यह चक्रवात मोंथा का असर है। विभाग के वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह ने बताया कि 30 अक्टूबर को बनारस और मीरजापुर के कुछ इलाकों में भारी बारिश हो सकती है। वहीं, दिवाली के बाद दिल्ली में प्रदूषण तेजी से बढ़ गया है। इसे कम करने के लिए सरकार ने क्लाउड सीडिंग यानी कृत्रिम बारिश कराने का फैसला लिया है। दिल्ली की सीएम रेखा गुप्ता ने कहा कि, क्लाउड सीडिंग दिल्ली के लिए एक जरूरत है और यह अपनी तरह का पहला प्रयोग है।