Cylone Biparjoy: जानें क्यों पैदा होते हैं चक्रवाती तूफान, कौन सी स्थिति है इसके लिए जिम्मेदार

चक्रवाती तूफान मुख्यरूप से हवा के दबाव में अंतर के कारण पैदा होते हैं। दुनिया में हर साल 70-90 चक्रवाती सिस्टम विकसित होते हैं। इनमें से करीब 60 फीसदी समुद्र में ही खत्म हो जाते हैं।

 

Vivek Kumar | Published : Jun 14, 2023 5:54 AM IST

नई दिल्ली। चक्रवाती तूफान बिपरजॉय (Cylone Biparjoy) गुजरात के तट की ओर बढ़ रहा है। गुरुवार को इसके तट से टकराने की संभावना है। तूफान को देखते हुए आठ राज्यों को अलर्ट पर रखा गया है। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की तैनाती की गई है। समुद्र किनारे रहने वालों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया है। इस बीच लोगों में मन में यह सवाल भी उठ रहा है कि ये तूफान आखिर बनते क्यों हैं?

तूफान कई कारणों से समुद्र में उत्पन्न होते हैं। हालांकि, इसका मुख्य कारक हवा के दबाव में अंतर है। समुद्र की सतह के चारों ओर तापमान में वृद्धि होने पर हवा गर्म हो जाती है। इसके साथ ही समुद्र का पानी वाष्प बनकर हवा में मिल जाता है। यह गर्म और नम हवा हल्की होकर ऊपर की ओर उठती है। इससे कम दबाव का क्षेत्र बनता है। इस कम दबाव वाले क्षेत्र की ओर चारों तरफ मौजूद उच्च दबाव वाले क्षेत्र से हवा आती है। यह गर्म होकर फिर ऊपर उठती है। इससे एक गोलाकार पैटर्न बन जाता है।

हवा की गति 119 किमी प्रति घंटे तक पहुंचे तो कहा जाता है चक्रवाती तूफान

समुद्र से उठने वाली गर्म व नम हवा ऊंचाई पर पहुंचती है तो ठंडा होकर बादल बनाती है। तूफान के साथ बादल भी बढ़ता है, जिससे भारी बारिश होती है। बादलों और हवा की यह पूरी प्रणाली घूमती हुई आगे बढ़ती है। जब हवा की गति 63 किमी प्रति घंटा होती है तो तूफान को "उष्णकटिबंधीय तूफान" कहा जाता है। जब हवा की गति 119 किमी प्रति घंटे तक पहुंच जाती है तो तूफान को आधिकारिक तौर पर "उष्णकटिबंधीय चक्रवात" कहा जाता है।

हर साल दुनियाभर में विकसित होते हैं 70 से 90 चक्रवाती सिस्टम

पूरे विश्व में हर साल करीब 70 से 90 चक्रवाती सिस्टम विकसित होते हैं। इनमें से करीब 60 फीसदी चक्रवाती तूफान समुद्र में ही खत्म हो जाते हैं। इससे मैदानी इलाकों में नुकसान नहीं होता। चक्रवाती तूफान एक-दूसरे से अलग होते हैं। इनके आकार, नुकसान पहुंचाने की क्षमता और व्यवहार में अंतर होता है। छोटे चक्रवाती तूफान 24-48 घंटे में खत्म हो जाते हैं। वहीं, बड़े तूफान एक सप्ताह तक रह सकते हैं।

पांच कैटेगरी के होते हैं चक्रवाती तूफान

हवा की गति के आधार पर चक्रवाती तूफान को पांच कैटेगरी में बांटा गया है। कैटेगरी 1 के चक्रवाती तूफान के हवा की रफ्तार 119-152 किलोमीटर प्रतिघंटा होती है। कैटेगरी 2 के तूफान के हवा की रफ्तार 153-177 किलोमीटर प्रतिघंटा होती है। कैटेगरी 3 के तूफान के हवा की रफ्तार 178-209 किलोमीटर प्रतिघंटा होती है। कैटेगरी 4 के तूफान में 210-249 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से हवा चलती है। कैटेगरी 4 के तूफान में 249 किलोमीटर प्रतिघंटा से तेज रफ्तार से हवा चलती है।

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