दलाई लामा को मिली Z श्रेणी सुरक्षा, अब CRPF संभालेगी सुरक्षा व्यवस्था

Published : Feb 13, 2025, 07:10 PM ISTUpdated : Feb 13, 2025, 07:13 PM IST
Dalai Lama Controversy dalai lama apologizes for boy  kissing video

सार

दलाई लामा पर खतरा को देखते हुए भारत सरकार ने तिब्बती धर्मगुरु को जेड सुरक्षा देने का फैसला किया है। जानें क्यों महत्वपूर्ण है उनकी सुरक्षा…

Dalai Lama Z security: तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा (Dalai Lama) की जान को खतरा है। दलाई लामा पर खतरा को देखते हुए उनकी सुरक्षा को लेकर केंद्र सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। अब उन्हें पूरे भारत में Z श्रेणी सुरक्षा (Z Category Security) प्रदान की गई है जिसे केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) संभालेगा। दलाई लामा भारत में शरण लिए हुए हैं। चीन लगातार इस पर आपत्ति जताता रहता है।

क्यों दलाई लामा की बढ़ाई गई सुरक्षा?

गृह मंत्रालय (MHA) ने यह निर्णय हाल ही में इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) की खतरे के विश्लेषण (Threat Analysis Report) के आधार पर लिया है। इससे पहले दलाई लामा की सुरक्षा की जिम्मेदारी हिमाचल प्रदेश पुलिस और अन्य सुरक्षा एजेंसियों के पास थी। लेकिन नए खुफिया इनपुट्स और संभावित खतरों को देखते हुए, गृह मंत्रालय ने CRPF को उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी सौंपी है।

Z श्रेणी सुरक्षा में क्या मिलेगा दलाई लामा को?

  • Z श्रेणी सुरक्षा के तहत दलाई लामा को CRPF के विशेष कमांडो, एक एस्कॉर्ट टीम और क्लोज-प्रोटेक्शन ऑफिसर प्रदान किए जाएंगे।
  • हर यात्रा पर सुरक्षा घेरा: देशभर में यात्रा के दौरान उन्हें विशेष सुरक्षा घेरा दिया जाएगा।
  • हर समय CRPF कमांडो की सुरक्षा: उनके निवास और सार्वजनिक कार्यक्रमों में हाई-सिक्योरिटी कवर मिलेगा।
  • नए सुरक्षा प्रोटोकॉल लागू होंगे: उनकी सुरक्षा को और अधिक सख्त और रणनीतिक बनाया जाएगा।

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दलाई लामा की सुरक्षा क्यों महत्वपूर्ण है?

1. चीन की नाराजगी और तिब्बत मुद्दा

  • दलाई लामा 1959 से भारत में शरण लिए हुए हैं, जब चीन ने तिब्बत पर कब्जा कर लिया था।
  • चीन हमेशा उनके वैश्विक दौरों और भारत में मौजूदगी का विरोध करता आया है।
  • उनके प्रभाव को चीन अपनी सत्ता के लिए खतरा मानता है जिससे सुरक्षा खतरा बढ़ जाता है।

2. भारत-चीन संबंधों में तिब्बत एक संवेदनशील मुद्दा

  • भारत आधिकारिक रूप से तिब्बत को चीन का स्वायत्त क्षेत्र (Autonomous Region) मानता है।
  • लेकिन भारत ने दलाई लामा और उनके समर्थकों को शरण दी हुई है जो चीन के लिए एक कूटनीतिक मुद्दा बना रहता है।
  • चीन पहले भी दलाई लामा की गतिविधियों पर नाराजगी जता चुका है।

3. वैश्विक स्तर पर शांति के दूत, सुरक्षा बनी चिंता

दलाई लामा शांति और अहिंसा के लिए जाने जाते हैं लेकिन उनकी वैश्विक सक्रियता और प्रभाव को देखते हुए सुरक्षा अहम है। भारत सरकार किसी भी संभावित खतरे को लेकर सतर्क है और यही वजह है कि उनकी सुरक्षा को मजबूत किया जा रहा है। Z श्रेणी सुरक्षा मिलने से अब CRPF उनकी सुरक्षा को पूरे भारत में संभालेगा।

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