पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में अस्पताल के पृथक वार्ड में भर्ती मधुमेह के एक रोगी जनारुल हक की रविवार को मौत हो गई। डॉक्टरों के अनुसार हक को बुखार, सर्दी और जुकाम था। बताया जा रहा वह एक दिन पहले ही सऊदी अरब से लौटा था।
कोलकाता. पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में अस्पताल के पृथक वार्ड में भर्ती मधुमेह के एक रोगी जनारुल हक की रविवार को मौत हो गई। वह एक दिन पहले ही सऊदी अरब से लौटा था और उसे कोरोना वायरस से संक्रमण की आशंका के चलते अस्पताल में भर्ती कराया गया था। डॉक्टरों के अनुसार हक को बुखार, सर्दी और जुकाम था।
कोरोना से मौत की संभावना कम
स्वास्थ्य सेवाओं के निदेशक अजय चक्रवर्ती ने समाचार एजेंसी से कहा कि जनारुल हक के खून और लार के नमूनों की जांच रिपोर्ट अभी नहीं आयी है लेकिन यह कहा जा सकता है कि उसकी मौत संभवतः मधुमेह से हुई है।
निदेशक चक्रवर्ती ने कहा, “व्यक्ति गंभीर रूप से मधुमेह से पीड़ित था और इन्सुलिन ले रहा था। वह सऊदी अरब से घर लौटा था और उसके पास पिछले तीन से चार दिन से इन्सुलिन खरीदने के पैसे नहीं थे। वह बुखार, सर्दी और जुकाम से भी पीड़ित था। उसे कल मुर्शिदाबाद मेडिकल कालेज और अस्पताल के पृथक वार्ड में भर्ती कराया गया था जहां आज उसकी मौत हो गई।”
अंतिम संस्कार में बरती जाएगी सावधानी
जनारूल के अंतिम संस्कार को लेकर स्वास्थ्य निदेशक ने कहा, “हम चिकित्सकीय जांच के नतीजों का इंतजार कर रहे हैं। कोरोना वायरस से उसके मरने की संभावना बहुत कम है।” एक अन्य वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि केंद्र सरकार और राज्य सरकार के निर्देशानुसार हक के अंतिम संस्कार के दौरान भी एहतियात बरती जाएगी।
इस बीच, राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने सभी निजी चिकित्सा संस्थाओं के लिए एक निर्देश जारी किया है कि प्रवेश के समय सभी रोगियों का आकलन करने के लिए एक प्रणाली बनाएं, जिससे संभावित कोविड-19 संक्रमण की शीघ्र पहचान हो सके और संदिग्ध संक्रमण वाले रोगियों को तत्काल अन्य रोगियों से अलग किया जा सके।
देश भर में सामने आए 41 मामले
भारत में कोरोना वायरस के अब तक 41 मामले सामने आ चुके हैं। केरल में रविवार को पांच नए मरीजों में संक्रमण पाया गया। इनमें से तीन मरीज हाल ही में इटली से लौटे थे। केरल सरकार ने चेतावनी दी है कि ट्रैवल हिस्ट्री की जानकारी न देने वालों पर एक्शन लिया जाएगा। तमिलनाडु में भी एक व्यक्ति पॉजिटिव पाया गया है। यहां शनिवार को भी ओमान से लौटे एक व्यक्ति में संक्रमण पाया गया था। इस बीच, अरुणाचल प्रदेश सरकार ने राज्य में विदेशी यात्रियों के आने पर प्रतिबंध लगा दिया है। विदेशियों को यहां आने के लिए प्रोटेक्टेड एरिया परमिट (पीएपी) लेना होता है, जिस पर पाबंदी लगा दी गई है।