अंबेडकर जयंती: 'सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास' का मंत्र बाबा साहेब की प्रति प्रतिबद्धता दिखाता है
बुधवार को डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर की 130वीं जयंती मनाई जा रही है। इस मौके पर नई दिल्ली में भाजपा मुख्यालय में आयोजित श्रद्धांजलि कार्यक्रम में बोलते हुए रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास का मंत्र दिया है। यह बाबा साहेब के प्रति पूरी श्रद्धा और प्रतिबद्धता (commitment) दिखाता है।
Asianet News Hindi | Published : Apr 14, 2021 7:17 AM IST / Updated: Apr 14 2021, 04:17 PM IST
नई दिल्ली. बुधवार को डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर की 130वीं जयंती मनाई जा रही है। इस मौके पर नई दिल्ली में भाजपा मुख्यालय में आयोजित श्रद्धांजलि कार्यक्रम में बोलते हुए रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास का मंत्र दिया है। यह बाबा साहेब के प्रति पूरी श्रद्धा और प्रतिबद्धता (commitment) दिखाता है।
जानिए और क्या बोले राजनाथ
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वे ऐसा व्यक्तित्व थे, जिन्होंने अपने कृत्यों से जीवन में आने वाली सभी बाधाओं को साहस और दृढ़ता से दूर किया। भाजपा अकेली ऐसी पार्टी है, जो बाबासाहेब के जन्म दिन के अवसर पर देशभर में व्यापक स्तर पर कार्यक्रमों का आयोजन किया है।
जब हम जनसंघ के रूप में काम करते थे, तब भी बाबा साहेब की जयंती समसरता दिवस के रूप में मनाते थे। बाबा साहेब कोई साधारण व्यक्ति के नहीं थे, हम उन्हें महानायक मानते हैं। वे ऐसा व्यक्तित्व थे, जिन्होंने अपने कृत्यों से जीवन में आने वाली सभी बाधाओं को साहस और दृढ़ता से दूर किया।
हमारी पार्टी ने बाबा साहेब को सिर्फ दलित आइकन की तरह ही नहीं देखा। वो महान लेखक, बुद्धिजीवी और सदैव अपनी जड़ों से जुड़े रहने वाले व्यक्ति थे। दुनिया के अन्य बुद्धिजीवियों में बाबा साहेब का नाम आता है।
भाजपा की सरकार बनने के बाद हमारी पार्टी ने लंदन में जहां बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर पढ़ाई करते थे, वहां पर स्मारक बनाने का काम किया।
अनुच्छेद 370 के अंतर्गत जम्मू कश्मीर को स्पेशल स्टेट्स नहीं मिलना चाहिए, अन्य राज्यों की तरह जम्मू कश्मीर का भी दर्जा होना चाहिए, इसकी तीव्र वकालत बाबा साहेब ने की थी।
आज देश में अनुसूचित जाति पोस्ट मैट्रिक स्कॉलशिप करीब 4 करोड़ से ज्यादा बच्चों को प्राप्त हो रही है।
ये कोई छोटी बात नहीं है, जिनकी बाबा साहेब के विचारों प्रति आस्था होगी वही ये कर सकता है।
डॉ.भीमराव अंबेडकर अपनी जड़ों से जुड़े हुए थे। उन्होंने जो कुछ भी कहा है इसके प्रति अगर हमारी आस्था न होती, तो हमारे देश का प्रधानमंत्री शपथ लेने के साथ ही यह न कहता कि हमारी सरकार भारत के गरीबों के लिए समर्पित है।
भारत के अर्थतंत्र से जुड़ी 2 अहम संस्थाएं, RBI और फाइनेंस कमीशन की वैचारिक आधारशिला बाबा साहेब ने रखी है। अनुच्छेद 370 के अंतर्गत जम्मू कश्मीर को स्पेशल स्टेट्स नहीं मिलना चाहिए, अन्य राज्यों की तरह इसका भी दर्जा होना चाहिए, इसकी वकालत बाबा साहेब ने की थी।