Delhi pollution: अभी भी खराब है दिल्ली की हवा; Twitter पर लोगों ने सरकार से पूछा-अब तो दिवाली भी नहीं है?

वायु गुणवत्ता और मौसम पूर्वानुमान और अनुसंधान प्रणाली (SAFAR) के अनुसार राजधानी दिल्ली में हवा की गुणवत्ता लगातार खराब बनी हुई है। राजधानी में 27 नवंबर को AQI का ओवरऑल स्तर 386 दर्ज किया गया है। इस बीच लोग सोशल मीडिया पर दिल्ली सरकार को ट्रोल(troll) कर रहे हैं।
 

नई दिल्ली. कई तरह की पाबंदियों के बावजूद दिल्ली में वायु प्रदूषण(air pollution) में सुधार नहीं हुआ है। वायु गुणवत्ता और मौसम पूर्वानुमान और अनुसंधान प्रणाली (SAFAR) के अनुसार राजधानी दिल्ली में हवा की गुणवत्ता लगातार खराब बनी हुई है। राजधानी में 27 नवंबर को AQI का ओवरऑल स्तर 386 दर्ज किया गया है। हालांकि दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय(Gopal Rai) उम्मीद जता रहे हैं कि कुछ दिनों में हालात सामान्य हो जाएंगे। SAFAR का भी मानना है कि 29 नवंबर से AQI में सुधार हो सकता है। दिलचस्प बात यह है कि सुप्रीम कोर्ट(Supreme court) में इसी मामले को लेकर 29 नवंबर को सुनवाई होगी।

सोशल मीडिया पर ट्रोल हो रही दिल्ली सरकार
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल(Arvind Kejriwal) रोज अपने twitter हैंडल पर AQI(Air Quality Index) के आंकड़े शेयर करते हैं। इस पर लोगों की लगातार प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं। पढ़िए कुछ प्रतिक्रियाएं...

Latest Videos

# जिस राज्य में मुख्यमंत्री को आंकड़े सुबह-शाम देने पड़ते हों, उस राज्य का क्या हाल किया होगा? यह देश समझ सकता है। देश को पता है कि मुख्यमंत्रीजी के बस की बात है ही नहीं।

#अब क्यूं pollution बढ़ रहा है? अब तो दिवाली भी नहीं है।

#यह निर्माण प्रतिबंध के बाद है। प्रदूषण का असली कारण हर कोई जानता है, लेकिन जो पीड़ित हैं, वे सबसे आसान लक्ष्य हैं। यदि निर्माण पर प्रतिबंध लगाने के बाद भी कोई सुधार नहीं हुआ, तो क्या इसका कोई मतलब था?

#केजरीवाल जी, ये figure देने के लिए आपको लोगों ने नहीं चुना। pollution की असली वजह, पंजाब और हरियाणा के किसानों द्वारा पराली जलाया जाना है।
 
#तुम्हारा खजाना तो भरा हुआ है न, तो फिर ₹1000 हर महीने पंजाब की महिलाओं को न देकर इन किसानों से पराली खरीद लो, फिर तुम खाद बनाना और बेचना।
 
#ट्वीटियापा ही करोगे या इसको ठीक करने कुछ करोगे भी

#दिल्ली में बॉयलरों में इस्तेमाल होने वाले गैर-अनुमोदित ईंधन(non-approved fuel) के कारण वायु की गुणवत्ता प्रभावित हो रही है। ईंधन के रूप में पुराने टायर, रबर का कचरा, फेंके गए कपड़े का इस्तेमाल किया जा रहा है। 500 वर्ग गज से ऊपर की इकाइयों को तुरंत बंद कर दिया जाए और बाहर निकाल दिया जाए।

50 तक AQI माना जाता है अच्छा 
एयर क्वालिटी इंडेक्स 0 से 50 के बीच अच्छा माना जाता है। 51 से 100 के बीच यह संतोषजनक, जबकि 101 से 200 के बीच मध्यम माना जाता है। 201 से 300 के बीच यह खराब श्रेणी में आता है और 301 से 400 के बीच बेहद खराब। 401 से 500 के बीच एयर क्वालिटी इंडेक्स गंभीर श्रेणी में आता है

यह भी पढ़ें
भारत में 6.2 करोड़ आवारा कुत्ते और 91 लाख बिल्लियां, आवारा पशुओं की आबादी के मामले में चीन के बाद दूसरा नंबर
Tribal Entrepreneurship: वन से बरस रहा धन; शहद से लेकर घास तक से हो रहे मालामाल, जानिए पूरी कहानी
NITI Aayog: Bihar-Jharkhand-Uttar Pradesh में सबसे अधिक गरीबी, Kerala में सबसे कम गरीब लोग, देखें लिस्ट

 

Read more Articles on
Share this article
click me!

Latest Videos

UP bypoll Election 2024: 3 सीटें जहां BJP के अपनों ने बढ़ाई टेंशन, होने जा रहा बड़ा नुकसान!
Congress LIVE: राहुल गांधी द्वारा कांग्रेस पार्टी की ब्रीफिंग
अडानी पर लगा रिश्वतखोरी का आरोप, बॉन्ड पेशकश रद्द! जानें क्या है पूरा मामला?
महज चंद घंटे में Gautam Adani की संपत्ति से 1 लाख Cr रुपए हुए स्वाहा, लगा एक और झटका
Maharashtra Jharkhand Exit Poll से क्यों बढ़ेगी नीतीश और मोदी के हनुमान की बेचैनी, नहीं डोलेगा मन!