
नई दिल्ली। दिल्ली-NCR एक बार फिर भारी प्रदूषण की गिरफ्त में है। हवा इतनी खराब हो गई है कि लोगों को सुबह उठते ही आंखों में जलन, गले में खराश और सांस लेने में तकलीफ होने लगी है। कई इलाकों में स्मॉग की मोटी परत झुकी हुई दिख रही है। सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड (CPCB) के ताज़ा आंकड़े बताते हैं कि दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) लगातार ‘बहुत खराब’ से ‘सीवियर’ लेवल की तरफ बढ़ रहा है। ITO पर AQI 381 और इंडिया गेट पर 331 रिकॉर्ड किया गया-जो कि बेहद खतरनाक ज़ोन माना जाता है। ऐसे माहौल में लोगों को घर के बाहर कम समय बिताने, मास्क पहनने और सुबह की वॉक से भी बचने की सलाह दी जा रही है। डॉक्टरों का कहना है कि ये हवा बच्चों, बुजुर्गों और अस्थमा मरीजों के लिए बेहद जोखिम भरी है।
अभी तक सरकार ने स्कूल या कॉलेज बंद करने को लेकर कोई ऑफिशियल घोषणा नहीं की है। इसका मतलब यह है कि अभी स्कूल खुल रहे हैं, लेकिन स्थिति मिनट-टू-मिनट बदल रही है। 11 नवंबर को CAQM के स्टेज-3 लागू होने के बाद क्लास 5 तक के बच्चों के लिए क्लास-रूम्स को हाइब्रिड मोड यानी ऑनलाइन + ऑफलाइन में बदल दिया गया था। इसके बाद से पेरेंट्स में लगातार मांग बढ़ रही है कि सभी क्लासेस को कुछ दिनों के लिए फिर से पूरी तरह ऑनलाइन किया जाए। लोगों का डर भी वाजिब है क्योंकि AQI लगातार ‘Severe+’ रेंज की तरफ बढ़ रहा है। ऐसे में स्कूल कैसे चलेंगे, फिलहाल सरकार इस पर समीक्षा कर रही है।
सबसे रहस्यमयी स्थिति यह है कि GRAP-IV लागू होगा या नहीं, इस पर सरकार चुप है। GRAP-IV लागू होते ही स्कूल बंद हो सकते हैं, ट्रक्स की एंट्री रोकी जाती है। कंस्ट्रक्शन पूरी तरह बंद हो जाता है। कई इमरजेंसी मेजर्स लागू होंगे। इसलिए शिक्षा विभाग, स्वास्थ्य विभाग और CAQM मिलकर स्थिति पर करीबी नज़र रख रहे हैं। पेरेंट्स को कहा गया है कि वे आज पूरे दिन किसी भी संभावित नोटिफिकेशन के लिए अलर्ट रहें।
कई पैरेंट्स और स्टूडेंट ऑर्गनाइजेशन ने यह मांग की है कि सिर्फ छोटे बच्चों ही नहीं, बल्कि सभी क्लासेस के लिए अस्थायी ऑनलाइन क्लासेस शुरू की जाएं। उनका मानना है कि इतने खराब AQI में रोज़ाना ट्रैवल करना बच्चों, टीचर्स और स्टाफ-सभी के लिए जोखिम भरा है।
दिल्ली के शिक्षा मंत्री आशीष सूद ने बताया है कि अगले पांच साल में राजधानी के सभी सरकारी और MCD स्कूल पूरी तरह मॉडर्न बनाए जाएंगे। AI-बेस्ड टीचिंग टूल्स, नए क्लासरूम डिज़ाइन और अपग्रेडेड फर्नीचर लगाए जाएंगे। CSR फंड भी इन सुधारों में मदद करेगा। लेकिन फिलहाल इन सब से ज्यादा बड़ा मुद्दा है-गंदी हवा और बच्चों की सेहत।
दिल्ली की हवा में जहर घुला हुआ है। AQI लगातार ऊपर-नीचे होकर खतरनाक स्थिति में बना हुआ है। अभी स्कूल बंद नहीं किए गए हैं, लेकिन हालात देखते हुए किसी भी समय बड़ा फैसला आ सकता है।