i20-EcoSport के बाद Brezza: क्या शाहीन की नई कार भी आतंकवादी साजिश का हिस्सा थी?

Published : Nov 13, 2025, 01:44 PM IST
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सार

दिल्ली ब्लास्ट जांच में i20, EcoSport और अब Brezza की भूमिका उजागर; फरीदाबाद मॉड्यूल की चार कारों में छिपा था खौफनाक प्लान, क्या शाहीन और उमर की नई कारें भी हमले की तैयारी का हिस्सा थीं? 

नई दिल्ली: दिल्ली में हाल ही में हुए लाल किला विस्फोट की जांच लगातार आगे बढ़ रही है। जैसे-जैसे जांच गहरी हो रही है, सुरक्षा एजेंसियों ने एक नई कार की पहचान की है-मारुति सुज़ुकी ब्रेज़ा। यह कार संदिग्ध जैश-ए-मोहम्मद मॉड्यूल से जुड़ी चौथी कार है और फरीदाबाद से संचालित होती थी। पहले i20 और EcoSport कारों का इस्तेमाल लक्ष्यों की रेकी और विस्फोटक सामग्री पहुंचाने में किया गया था, अब Brezza के खुलासे ने पूरे मॉड्यूल की योजना की सच्चाई उजागर कर दी है।

कौन कार किस कार्य में इस्तेमाल हुई?

जांच में पता चला है कि चार कारों की योजना में Swift Desire भी शामिल थी, जो डॉ. शाहीन सईद की थी। इस कार से असॉल्ट राइफलें और गोला-बारूद बरामद होने के बाद शाहीन को हिरासत में लिया गया। i20 का इस्तेमाल लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास विस्फोट में हुआ था, जिसे डॉ. उमर मोहम्मद उर्फ़ उमर उन-नबी ने खरीदा और चलाया। उमर, अल-फ़लाह विश्वविद्यालय में मुज़म्मिल और शाहीन का सहयोगी था। EcoSport कारों की भूमिका भी उजागर हो चुकी है, जिसका इस्तेमाल हमलों की योजना बनाने के लिए किया गया था। अब Brezza की जांच ने एजेंसियों की निगाहों को और तेज कर दिया है। इस कार का इस्तेमाल किसी जगह की रेकी करने या भागने की योजना बनाने में किया जा सकता था।

अब तक कितनी कारों का पता चला?

अब तक की जांच में पता चला कि मॉड्यूल के तहत चार कारें शामिल थीं-i20, EcoSport, Brezza और Swift Desire। Swift Desire डॉ. शाहीन सईद की थी, जिसमें असॉल्ट राइफल और गोला-बारूद बरामद हुआ। i20 कार डॉ. उमर मोहम्मद ने खरीदा था और विस्फोट के समय चला रहा था।

कहां मिली ब्रेजा कार?

अब Brezza कार भी इसी मॉड्यूल से जुड़ी हुई पाई गई है। यह कार शाहीन के रेजिडेंट डॉक्टर आवास के पास खड़ी मिली थी। एजेंसियों को शक है कि इस कार का इस्तेमाल विस्फोटक सामग्री ले जाने या संभावित हमलों की रेकी करने में किया गया था। सभी कारों में विस्फोटक रखने की योजना बनाई गई थी, ताकि दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र के कई हिस्सों में हमला किया जा सके। डा. उमर और शाहीन शाहिद, दोनों ही अल-फ़लाह विश्वविद्यालय से जुड़े थे और मॉड्यूल की योजना में शामिल थे।

क्या चारों कारों का इस्तेमाल विस्फोटक रखने में प्रयोग किया गया?

फरीदाबाद से संचालित इस मॉड्यूल की योजना थी कि चारों कारों में विस्फोटक रखकर दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में कई स्थानों पर हमले किए जाएँ। हालांकि, i20 और इको स्पोर्ट की तैयारी पूरी होने से पहले ही एजेंसियों ने मॉड्यूल का भंडाफोड़ कर दिया। इस बड़े खुलासे से यह भी सामने आया कि मॉड्यूल ने भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री जुटाई थी, और उनके बीच फरीदाबाद के अल-फ़लाह विश्वविद्यालय में ही साजिश की रणनीति बनाई गई। जांच में अब तक कारों, विस्फोटक और संदिग्धों के कनेक्शन का पूरा नेटवर्क उजागर हो रहा है।

 

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