
नई दिल्ली। दिल्ली में हुए लाल किला ब्लास्ट को तीन दिन हो चुके हैं, लेकिन जांच की परतें हर दिन एक नया चौंकाने वाला खुलासा कर रही हैं। NIA (राष्ट्रीय जांच एजेंसी) की अगुवाई में चल रही इस जांच में अब एक और नाम जुड़ गया है-कानपुर का मेडिकल छात्र मोहम्मद आरिफ, जिसे संदिग्ध डॉ. शाहीन सईद से संबंध होने के आरोप में हिरासत में लिया गया है।
सोमवार शाम करीब 6:52 बजे, दिल्ली के लाल किले के पास एक सफेद हुंडई i20 कार में हुए विस्फोट ने पूरे देश को दहला दिया। धमाका इतना जोरदार था कि नौ लोगों की मौके पर ही मौत हो गई और एक दर्जन से ज्यादा घायल हुए। घटनास्थल से मिली तस्वीरों में कार के परखच्चे उड़ गए थे और चारों ओर अफरातफरी मच गई थी। शुरुआती जांच में पता चला कि कार चला रहा व्यक्ति कोई आम शख्स नहीं, बल्कि डॉक्टर था-डॉ. उमर मोहम्मद उर्फ डॉ. उमर उन नबी।
सूत्रों के अनुसार, डॉ. उमर तुर्की स्थित एक हैंडलर ‘उकासा’ के लगातार संपर्क में था। वह “Session App” के ज़रिए बातचीत करता था-एक ऐसा ऐप जिसे ट्रैक करना बेहद मुश्किल है। 2022 में उमर और उसके कुछ साथी तुर्की के अंकारा भी गए थे, जहां बताया जाता है कि उनका जैश-ए-मोहम्मद (JeM) के एक वरिष्ठ आतंकी से संपर्क हुआ और उन्हें कट्टरपंथी विचारधारा की तरफ मोड़ा गया।
NIA ने अब फरीदाबाद की अल-फलाह यूनिवर्सिटी से डॉ. उमर और उसके सहयोगियों डॉ. मुज़म्मिल शकील और डॉ. शाहीन सईद से जुड़े सभी दस्तावेज मांगे हैं। जांच टीम ने विश्वविद्यालय से भूमि रिकॉर्ड, ट्रस्ट से जुड़े दस्तावेज, भवन योजना, NOC, UGC और NMC से मिले सभी पत्र तक की जानकारी मांगी है। ऐसा माना जा रहा है कि यूनिवर्सिटी के भीतर से भी किसी ने इन संदिग्धों को मदद दी हो सकती है।
कानपुर से हिरासत में लिया गया आरिफ, कार्डियोलॉजी का छात्र है और डॉ. शाहीन सईद के संपर्क में था। उत्तर प्रदेश की एटीएस (Anti Terrorism Squad) ने अशोक नगर स्थित उसके किराए के कमरे से कई इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस जब्त किए हैं। अब जांच यह जानने की कोशिश कर रही है कि क्या आरिफ भी उसी मॉड्यूल का हिस्सा था जो भारत में आतंकी संगठन की महिला शाखा तैयार कर रहा था।
लखनऊ की महिला डॉक्टर डॉ. शाहीन सईद को फरीदाबाद में भारी मात्रा में विस्फोटक बरामदगी के सिलसिले में मंगलवार को गिरफ्तार किया गया। दिल्ली पुलिस के सूत्रों ने बताया कि सईद भारत में पाकिस्तान स्थित आतंकवादी समूह जैश-ए-मोहम्मद (JeM) की महिला शाखा स्थापित करने के लिए गुप्त रूप से काम कर रही थी।
जांचकर्ता विस्फोट में इस्तेमाल की गई i20 कार की खरीद-बिक्री और विस्फोट से पहले उसकी यात्रा का भी पता लगा रहे हैं। डॉ. उमर मोहम्मद, जो सोमवार शाम लाल किले के पास विस्फोट करने वाली सफ़ेद हुंडई i20 कार चला रहे थे, विस्फोट करने से पहले पुरानी दिल्ली की एक मस्जिद मे गया था।सीसीटीवी फुटेज में उमर को दिल्ली के तुर्कमान गेट के पास फैज़-ए-इलाही मस्जिद जाते हुए दिखाया गया है।