
Delhi Car Blast Latest News: लखनऊ की महिला डॉक्टर शाहीन सईद को लेकर उसके पूर्व पति डॉ. हयात जफर ने बड़ा खुलासा किया है। हयात के मुताबिक, शाहीन चाहती थी कि 2012 में अलग होने से पहले दो बच्चों समेत उसका पूरा परिवार ऑस्ट्रेलिया या फिर यूरोप में जाकर बस जाए। बता दें कि शाहीन को लाल किले के पास हुए बम विस्फोट से कुछ घंटे पहले ही फरीदाबाद में भारी मात्रा में विस्फोटक बरामदगी के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया था।
शाहीन के एक्स हसबैंड डॉ. हयात के मुताबिक, "मेरा उससे कोई संबंध नहीं है। हम 2012 में ही अलग हो गए थे। हमारे दो बच्चे हैं और वे मेरे साथ ही रहते हैं। हमारी अरेंज मैरिज हुई थी। अलग होने के बाद से मैं उसके संपर्क में नहीं हूं।" हयात के मुताबिक, शाहीन कभी भी ज्यादा धार्मिक प्रवृत्ति की नहीं रहीं। वो उदारवादी किस्म की महिला थी। वो चाहती थीं कि मैं उसके साथ ऑस्ट्रेलिया या यूरोप में बस जाऊं। लेकिन इसके बाद हमारे रास्ते अलग हो गए।
डॉ. हयात ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया जाने को लेकर उनके और शाहीन के बीच मतभेद थे। यहां तक कि मेरे बच्चे भी उससे बात नहीं करते थे। वो पल्मोनोलॉजी की प्रोफ़सर थीं। 2006 में उसने अपनी डिग्री पूरी की थी। बता दें बाद में शाहीन फरीदाबाद स्थित अल-फलाह यूनिवर्सिटी से जुड़ी और कश्मीरी डॉक्टर मुजम्मिल से उसके रिश्ते बने। मुजम्मिल वही है, जिसे फरीदाबाद में उसके दो किराए के कमरों से 2900 किलोग्राम विस्फोटक और ज्वलनशील पदार्थ मिलने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
शाहीन के पिता सैयद अहमद अंसारी के मुताबिक, उन्हें नहीं पता था कि उनकी बेटी इस तरह की गतिविधियों में शामिल हो सकती है। शाहीन के तीन भाई-बहन हैं। "मेरा बड़ा बेटा शोएब यहां मेरे साथ रहता है। दूसरे बेटे सैयद को कल गिरफ़्तार कर लिया गया। उसने इलाहाबाद में मेडिकल की पढ़ाई की थी। मेरा छोटा बेटा परवेज अंसारी, जिसके घर पर आज सुबह छापा मारा गया, बहुत पहले ही शहर छोड़ चुका है। मैंने शाहीन से आखिरी बार लगभग एक महीने पहले बात की थी।
अल-फलाह विश्वविद्यालय के एक प्रोफ़ेसर ने पहले आरोप लगाया था कि शाहीन अक्सर परिसर में दुर्व्यवहार करती थी। वो बिल्कुल भी डिसिप्लिन में नहीं रहती थी। वह किसी को बताए बिना ही चली जाती थी। कॉलेज में उससे मिलने कई लोग आते थे। उसका व्यवहार अक्सर अजीब होता था। उसके खिलाफ प्रबंधन से भी शिकायतें की गई थीं। लखनऊ के डालीगंज की रहने वाली शाहीन भारत में जैश-ए-मोहम्मद की महिला विंग जमात-उल-मोमिनात की कमांडर थी। बता दें कि अल-फलाह विश्वविद्यालय में विस्फोटकों की बरामदगी के सिलसिले में प्रिंसिपल सहित 50 से ज्यादा लोगों से पूछताछ की गई है।