
Faridabad Terrorist Module: हरियाणा के फरीदाबाद में पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों ने जिस आतंकी मॉड्यूल का पर्दाफाश किया है, उसके मास्टरमाइंड की पहचान इमाम इरफान अहमद के रूप में हुई है। वह जम्मू-कश्मीर के शोपियां का रहने वाला है। इरफान अहमद उन 7 संदिग्धों में शामिल है, जिन्हें जम्मू-कश्मीर पुलिस ने फरीदाबाद में हथियारों और बम बनाने वाले केमिकल्स की बरामदगी और 10 नंवबर को दिल्ली में लाल किले के पास हुए विस्फोट के बाद गिरफ्तार किया था।
सूत्रों के मुताबिक, इरफान अहमद मेडिकल छात्रों को कट्टरपंथी बनाने में अहम भूमिका निभाता था। उसने स्टूडेंट को इस्लाम की कट्टरपंथी विचारधारा की ओर धकेला। वह पहले श्रीनगर के सरकारी मेडिकल कॉलेज में पैरामेडिकल स्टाफ मेंबर था। सूत्रों ने बताया कि वह नौगाम की एक मस्जिद में मिले कई छात्रों के संपर्क में था।
अहमद ने धीरे-धीरे फरीदाबाद के मेडिकल छात्रों को कट्टरपंथी विचारों से प्रभावित किया। सूत्रों के मुताबिक, वो पाकिस्तान स्थित आतंकवादी समूह जैश-ए-मोहम्मद से प्रेरित था। वह अपने छात्रों को नियमित रूप से जैश-ए-मोहम्मद के वीडियो भी दिखाता था। इमाम VOIP या डेटा कनेक्शन के माध्यम से किए गए कॉल के ज़रिए अफगानिस्तान में भी कुछ लोगों के संपर्क में था। सूत्रों के अनुसार, उसका उद्देश्य छात्रों के मन में चरमपंथी सोच को गहराई से बैठाना था।
माना जा रहा है कि पूरे आतंकी मॉड्यूल की परिकल्पना इमाम इरफान अहमद ने ही की थी। फरीदाबाद आतंकी मॉड्यूल का खुलासा होने के बाद मोहम्मद उमर उन नबी ने घबराहट में दिल्ली विस्फोट को अंजाम दिया था। इस आत्मघाती हमले में खुद उमर भी मारा गया। उसके मौलवी इरफान अहमद से गहरे संबंध थे।
वहीं, उत्तर प्रदेश के लखनऊ की रहने वाली डॉ. शाहीन सईद इस मॉड्यूल की फाइनेंसर और समर्थक के रूप में पकड़ी गई है। वह अल-फलाह यूनिवर्सिटी में पढ़ाती थी। इसके साथ ही वो भारत में जैश-ए-मोहम्मद की महिला विंग जमात-उल-मोमिनात की कमांडर है। पाकिस्तान के खूंखार आतंकी मसूद अजहर की बहन सादिया अजहर इसकी मुखिया है। बता दें कि सादिया का पति यूसुफ अजहर कंधार विमान अपहरण कांड के मास्टरमाइंड में से एक था।