आम आदमी पार्टी के नेता और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को अपनी पत्नी सुनीता केजरीवाल को लेकर बड़ी बात कही है। उन्होंने अपने बयान के साथ वह वजह भी बताई, जिसको लेकर उन्होंने पत्नी के बारे में इतनी बड़ी बात कही है।
दिल्ली. दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को साफ कहा कि उनकी पत्नी सुनीता केजरीवाल कभी भी चुनाव नहीं लड़ेंगी। उनका कहना है कि उनकी पत्नी सुनीता की सक्रिय राजनीति में कोई रूचि नहीं है। हालांकि उन्होंने अपनी पत्नी सुनीता की बढ़ाई करते हुए यह भी कहा कि मैं बड़ा भाग्यशाली हूं जो मुझे उनके जैसी जीवन साथी मिली है। उन्होंने हर पड़ाव पर मेरा साथ दिया है।
सुनीता ने दिया हरदम साथ
दरअसल अरविंद केजरीवाल ने एक इंटरव्यूह के दौरान ये बात कही है। उन्होंने कहा कि सुनीता केजरीवाल भविष्य में कभी चुनाव नहीं लड़ेंगी। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि सुनीता ने मेरा बहुत साथ दिया है। उन्होंने कहा कि मैंने साल 2000 में दिल्ली की झुग्गियों में काम करने के लिए आयकर आयुक्त के रूप में नौकरी से छुट्टी ली थी। इसके बाद मैंने सामाजिक कार्यों में पूरा समय देने के लिए नौकरी से भी इस्तीफा दे दिया था। मेरे नौकरी से इस्तीफा देने पर सुनीता पर क्या गुजरी होगी। लेकिन इसके बावजूद उसने मेरा साथ दिया। हालांकि तब ये भी अंदाजा नहीं था कि मैं सीएम बनूंगा या कोई पार्टी बनाउंगा। मैं सालों तक काम करता रहा। लेकिन इसके बावजूद सुनीता ने मेरा पूरा साथ दिया।
ऐसे सुर्खियों में आई सुनीता केजरीवाल
दरअसल दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल को इसी साल 21 मार्च को मनी लॉन्ड्रिंग केस में गिरफ्तार किया गया था। ईडी द्वारा की गई इस कार्रवाई के दौरान जब वे जेल में रहे तो सुनीता केजरीवाल ने सामने आई और उन्होंने जनता के बीच अरविंद केजरीवाल की बातें रखी। मीडिया से भी चर्चा की। उन्होंने सीएम अरविंद केजरीवाल का कंधे से कंधा मिलाकर साथ दिया। ऐसे में अरविंद केजरीवाल अपनी पत्नी सुनीता को बहुत मानते हैं। लेकिन उन्होंने कहा कि वह भविष्य में चुनाव नहीं लड़ेंगी।