दिल्ली प्रदूषण : नहीं बदल रहे हालात, यमुना किनारे फिर जमा सफेद झाग

दिल्ली में प्रदूषण की गंभीर स्थिति का अंदाजा लगाया जा सकता है। यमुना नदी के उपरी सतह पर झागनुमा सफेद लेयर दोबारा नजर आने लगी है। हवाओं की गति बढ़ने से दिल्ली में प्रदूषण के स्तर में कमी आई है लेकिन अभी भी स्थिति गंभीर ही बनी हुई है, भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक अगले 3-4 दिन में प्रदूषण में और कमी आएगी।

नई दिल्ली. दिल्ली-NCR के लोगों एक ओर जहां दमघोंटू हवा से दो- दो हाथ करना पड़ रहा है। वहीं, यमुना नदी के उपरी सतह पर झागनुमा सफेद लेयर दोबारा नजर आने लगी है। जिससे दिल्ली में प्रदूषण की गंभीर स्थिति का अंदाजा लगाया जा सकता है। हालांकि यमुना नदी की यह स्थिति कोई नई नहीं है। इससे पूर्व में भी कई बार यमुना नदी को इस हाल में देखा जा चुका है। नदी के उपरी सतह पर जमी यह सफेद झाग दिल्ली में नदी की स्थिति को बयां कर रही है। 

खतरनाक स्तर पर पहुंचा प्रदूषण 

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देश की राजधानी दिल्ली में प्रदूषण खतरनाक स्तर तक पहुंच गया है, गुरुवार को भी दिल्लीवासियों को जहरीली हवा के कारण फजीहत का सामना करना पड़ा चारों ओर केवल धुंध हावी है और लोगों को सांस लेने में दिक्कत हो रही है।  हालांकि हवाओं की गति बढ़ने से दिल्ली में प्रदूषण के स्तर में कमी आई है लेकिन अभी भी स्थिति गंभीर ही बनी हुई है, भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक अगले 3-4 दिन में प्रदूषण में और कमी आएगी।

कचरा है यह सफेद झाग 

यमुना के किनारों पर जमे सफेद झाग के बड़े गोले फिर से दिखाई देने लगे हैं। जानकारों की माने तो यह स्थिति बताती है कि ठहर चुकी यमुना प्राणहीन हो चुकी है और इसमें जमे सफेद झाग कारखानों से निकलने वाले कचरों का अवशेष है। यमुना की स्थिति से यह साफ है कि कचरों से भरे पटे यमुना में सफाई की सभी योजनाओं का पलीता लग चुका है। जिससे ठंड के मौसम यह कचरे झाग का रूप ले रहे हैं। 

नहीं है ऑक्सीजन 

जानकारों की माने तो यमुना नदी के कई हिस्सों में जमें इन सफेद झागों से स्पष्ट है कि यमुना में ऑक्सीजन की मात्रा समाप्त हो चुकी है। जिसके कारण नदी में आने वाले कचरे झाग के रूप में सामने आ रहीं हैं। वहीं, केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने यमुना में बीते वर्ष नमूनों की जो जांच की और उसके नतीजे जो आए, वह भी यही कहते हैं कि नदी की धड़कन उखड़ने को है। नेशनल ग्रीन ट्रिब्युनल  में बीते वर्ष 8 सितंबर को मैली से निर्मल यमुना पुनरुद्धार योजना-2017 के मामले में यमुना के जल की गुणवत्ता पर रिपोर्ट दाखिल की गई थी।

एक हफ्ते में दूसरी बार जमा झाग

यमुना नदी के किनारों पर जमा सफेद झाग एक हफ्ते में दूसरी बार झाग जमा है। इससे पहले 3 नवंबर को भी सफेद झाग देखने को मिली थी। इस दौरान महापर्व छठ्ठ के दौरान व्रती महिलाओं ने सफेद झाग के बीच पूजा पाठ किया था। 

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